प्रदूषण नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार की सम-विषम योजना में अति विशिष्ट व्यक्तियों को छूट दिए जाने की शनिवार को आलोचना करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि निश्चित रूप से सभी को कानून के मुताबिक चलना चाहिए। इस पर आम आदमी पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें इस पहल पर टिप्पणी करने के बजाय उसमें योगदान करना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा- यह अजीब तरीका है। छूट के समानांतर नियम बनाना पूरी तरह से छल है। अगर कानून लोगों के हित में लागू किया गया है तो निश्चित रूप से हम सभी को कानून के मुताबिक चलना चाहिए और अति विशिष्ट व्यक्ति बन कर नहीं रहना चाहिए। राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण नियंत्रण की अपनी मुहिम के तहत राज्य सरकार एक नई योजना लेकर आई है इसके तहत दिल्ली की सड़कों पर अलग-अलग दिनों में सम-विषम नंबर के वाहनों को ही चलने की इजाजत होगी। हालांकि इस योजना से अति विशिष्ट व्यक्तियों को छूट दी गई है।
यह योजना एक जनवरी से लागू होगी और इस पर जनता की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ लोगों ने इस पहल का स्वागत किया है तो कुछ लोगों को डर है कि इस योजना से उन्हें दफ्तर या जरूरी काम से यात्रा करने में दिक्कत पेश आ सकती है। इसके उल्लंघन पर सरकार ने दो हजार रुपए के जुर्माने का भी प्रावधान रखा है।
आम आदमी पार्टी ने राबर्ट वाड्रा पर पलटवार किया है और उन्हें इस पहल पर टिप्पणी करने के बजाय उसमें योगदान करने की सलाह भी दी है। आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडे ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा- वे सबसे बड़े पाखंडी हैं और वे पाखंड के बारे में बात कर रहे हैं। उन्हें बताना चाहिए कि उन्होंने समाज के लिए अब तक अच्छा क्या किया है? इस नीति पर टिप्पणी करने के बजाय यदि वे दिल्ली सरकार की पहल को सफल बनाने के लिए कोई योगदान करते हैं तो वह अच्छा होगा।

