बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा और उसे सिर्फ 25 सीटों पर ही जीत मिली। चुनाव नतीजों के विश्लेषण से पता चलता है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने पिछली बार की जीती 75 में से 73 सीटों पर फिर से चुनाव लड़ा लेकिन वह 55 सीटें हार गई।

इसमें से 25 से ज्यादा सीटें जेडीयू ने उससे छीन ली।

चुनाव नतीजों के विश्लेषण से यह भी पता चलता है कि आरजेडी जिन सीटों पर हारी है, उनमें से 31 ऐसी सीटें हैं जहां उसने पिछले विधानसभा चुनाव में कम से कम 10 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी और इन 31 सीटों में से चार सीटें ऐसी थी जहां उसका वोट शेयर 50% से ज्यादा रहा था।

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29 सिटिंग विधायक भी हारे

2020 में आरजेडी जिन 75 सीटों पर जीती थी, उनमें से 45 सीटें ऐसी थीं जिस पर उसे कम से कम 40% वोट शेयर मिला था। इस विधानसभा चुनाव में आरजेडी के 29 सिटिंग विधायकों को भी हार का मुंह देखना पड़ा।

विधानसभा चुनाव में 8 सीटें ऐसी थी जहां पर आरजेडी का वोट शेयर 2020 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले कम से कम 10% तक गिर गया। नवादा जिले की गोविंदपुर सीट पर पार्टी के वोट प्रतिशत में 21.71% तक गिरावट आई।

इस बार आरजेडी जिन सीटों पर हारी है, उनमें से 55 सीटों में से उसने 26 सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव में जीते उम्मीदवारों को बदल दिया था। इसमें मोकामा की सीट भी शामिल है।

जेल से चुनाव जीत गए अनंत सिंह

मोकामा सीट से इस बार बाहुबली नेता अनंत सिंह ने जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन जन सुराज पार्टी के समर्थक की मौत के मामले में जेल में होने के बावजूद वह आरजेडी के उम्मीदवार को हराने में कामयाब रहे।

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