भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनने के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार दुनिया भर के पर्यटकों के लिए कई नायाब सुविधाओं की व्यवस्था भी कर रही है। इसके लिए कई देशों के निवेशकों को यूपी सरकार स्पेशल ऑफर भी दे रही है। इसके तहत रामनगरी अयोध्या में लंदन आई की तर्ज पर अयोध्या आई बनाने का प्रस्ताव भी सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सरयू तट पर अयोध्या आई के लिए ऋषभदेव पार्क के साथ अफीम कोठी का चयन किए जाने की चर्चा है। यूपी सरकार की ओर से ये कदम पर्यटन विभाग ने बढ़ाया है।
दुनिया भर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए खुशखबरी
अयोध्या में पर्यटन विभाग के सीनियर अधिकारी आरपी यादव ने इस बारे में बताया कि यूपी सरकार अयोध्या आने वाले दुनिया भर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए खुशखबरी देने जा रही है। लंदन आई की तरह ही सरयू तट पर बनने वाला अयोध्या आई पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। योगी सरकार के नई पर्यटन नीति के तहत इसके लिए निवेशकों को स्पेशल ऑफर भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि पब्लिक पार्टनरशिप पॉलिसी मॉडल पर होने वाले इस निर्माण के लिए सरकार 25 फीसदी सब्सिडी देगी।
रिवाल्विंग रेस्टोरेंट या फ्लाई रेस्टोरेंट के लिए 25 फीसदी सब्सिडी
आरपी यादव ने कहा कि अयोध्या में पार्क बनाने या रिवाल्विंग रेस्टोरेंट या फ्लाई रेस्टोरेंट बनाने के लिए आगे आने वाले निवेशकों को यूपी सरकार से 25 फीसदी सब्सिडी मिलेगी। यूपी सरकार का पर्यटन विभाग पीपीपी मॉडल पर अयोध्या आई को विकसित करने की संभावनाएं तलाश रहा है। दुनिया के नक्शे पर अयोध्या को जोरदार तरीके से वर्ल्ड सिटी के तौर पर उभारने के लिए यूपी सरकार ने कई प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी दिखाई है। अयोध्या आई प्रोजेक्ट भी उसकी एक कड़ी है।
नव्य अयोध्या मेगा प्रोजेक्ट में दिखाई जाएगी जमीन
आरपी यादव ने बताया कि दुनिया भर में चर्चित बहुत बड़े प्रोजेक्ट लंदन आई की तर्ज पर अयोध्या आई का निर्माण कराया जाने वाला है। यहां इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट अयोध्या के लिए आर्थिक तौर पर भी फायदा पहुंचाना वाल हो सके। सरकार ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में आवास विकास योजना के तहत नव्य अयोध्या मेगा प्रोजेक्ट पर काम जारी है। पीपीपी मॉडल के तहत निर्माण करने के लिए आगे आने वाले उद्यमी और निवेशकों को वहां जमीन दिखाया जा सकता है। बहुत सारे निवेशक और उद्योगपति इस परियोजना के तहत जमीन ले भी रहे हैं।