21वीं सदी में बिजली हम सभी की एक जरूरत बन गई है। ऐसे में जरा सी देर के लिए भी बिजली का जाना किसी के लिए भी परेशान की सबब बन जाता है। लेकिन 21वीं सदी में भी एक महिला ऐसी हैं जिनका दावा है कि बिना बिजली के ही वो पिछले 79 सालों से रह रही हैं। दरअसल महिला का नाम हेमा साने है जो पुणे की रहने वाली हैं। 79 वर्षीय महिला हेमा साने का दावा है कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी बिना बिजली के बिताई है। वह अपने घर में पिछले कई सालों से बिना बिजली के रह रही हैं। हालांकि इसकी वजह कोई बिजली समस्या नहीं है बल्कि कुछ और ही है।

खाना- कपड़ा- मकान केवल बुनियादी जरूरतेंः दरअसल हेमा का कहना है कि उनके बिजली इस्तेमाल न करने की मुख्य वजह उनका प्रकृति और पर्यावरण से प्यार है, और वह बिना बिजली के अपना गुजारा कर सकती हैं। हेमा कहती हैं कि खाना, मकान और कपड़े उनकी बुनियादी जरूरतें हैं। एक समय था जब बिजली नहीं थी। वह तो बहुत समय के बाद आई। मैं बिजली के बिना भी काम चला सकती हूं। उन्होंने कहा,’ उनकी यह संपत्ति उनके कुत्ते, दो बिल्लियों, नेवले और बहुत सारे पक्षियों की है। यह उनकी संपत्ति है, मेरी नहीं। मैं यहां केवल उनकी देखभाल के लिए हूं।’

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लोग बुलाते हैं मूर्खः हेमा कहती हैं ,’लोग मुझे मूर्ख बुलाते हैं, मैं पागल हो सकती हूं पर मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मेरा जीवन जीने का यही तरीका है। मैं अपनी पसंद के मुताबिक ही जीना पसंद करती हूं।’बता दें डॉ हेमा साने सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय से पीएचडी कर चुकी हैं। वह कई सालों तक गरवारे कॉलेज पुणें में प्रोफेसर रहीं।

छोटी सी झोपड़ी में रहती हैंः हेमा पुणे के बुधवार पेठ के एक छोटे से घर में रहती हैं। उनका घर कई तरह के पेड़-पौधों और पक्षियों से घिरा हुआ है। उन्होंने कहा,’उनकी दिन की शुरूआत पक्षियों की मधुर चहचहाहट से होती है, और दिन का अंत लैंप की रोशनी के साथ होता है।’

लिख चुकीं है कई किताबेंः डॉ साने बॉटनी और पर्यावरण पर कई किताबें लिख चुकीं हैं। यही नहीं आज भी वह जब घर में अकेले होतीं हैं तो नई किताबें लिखती रहतीं हैं। उनकी पर्यावरण के बारे में जानकारी इस प्रकार है कि शायद ही कोई पक्षी या पेड़-पौधे की प्रजाति ऐसी होगी जिसके बारे में वह नहीं जानती होंगी। वह कहती हैं,’मैंने अपनी पूरी जिंदगी में कभी भी बिजली की जरूरत महसूस नहीं की। लोग मुझसे पूछते हैं मैं कैसे बिना बिजली के रह लेती हूं और मैं उनसे पूछती हूं आप बिजली के साथ कैसे रहते हैं?’


पेड़-पौधों, पक्षियों की देखभाल करना है पसंदः  हेमा कहती हैं,’ये पक्षी मेरे दोस्त हैं। मैं जब भी घर का काम करती हूं ये आ जाते हैं। लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं मैं यह घर बेच क्यों नहीं देती हूं, मुझे बहुत सारे पैसे मिल जाएंगे। मैं उन्हें हमेशा यही जवाब देती हूं कि इन पेड़-पौधों और पक्षियों का ध्यान कौन रखेगा। मैं यहां से जाना नहीं चाहती। मैं उनके साथ रहना चाहती हूं।’ उन्होंने कहा,’लोग मुझे पागल समझते हैं। मैं किसी को कोई संदेश या सबक नहीं देना चाहती, बस भगवान बुद्ध की पंक्ति कहना चाहूंगी आपको अपना रास्ता खुद चुनना है।’