Martyr Bhagat Singh Compare with Sisodia: गुजरात विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे ही बीजेपी और आप के बीच बयानबाजी तल्ख होती जा रही है। एक तरफ गुजरात विधानसभा चुनाव और दूसरी तरफ दिल्ली में शराब पॉलिसी को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं पर सीबीआई की कार्रवाई। इस बीच अरविंद केजरीवाल का बयान, जिसमें उन्होंने सिसोदिया और सतेंद्र जैन को भगत सिंह बताया कहीं भारी न पड़ जाए। भगत सिंह के एक रिश्तेदार ने केजरीवाल के इस बयान पर आपत्ति जताई है।

भगत सिंह के रिश्तेदार हरभजन सिंह धाथ ने इस बयान पर नाराजगी बताते हुए कहा कि बयानबाजियों से सत्ता में चुने जाने का भगत सिंह का मिशन कभी नहीं था वरना वह फांसी से बच सकते थे। अरविंद केजरीवाल को पंजाब की आज की स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े गए अपराधियों की भगत सिंह से तुलना क्यों की जा रही है? अरविंद केजरीवाल इससे क्या राजनीतिक लाभ चाहते हैं? केजरीवाल जी आपकी जो भी राजनीतिक लड़ाई है उसे सियासत के ढंग से लड़ें।

कांग्रेस ने बोला हमला

वहीं इस मामले पर पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर कहा,”मैं आहत हूं कि स्वतंत्रता संग्राम के ए, बी, सी को नहीं जानने वाले ने भगत सिंह का नाम लिया है..उनकी तुलना (उपमुख्यमंत्री दिल्ली) मनीष सिसोदिया जैसे भ्रष्ट व्यक्ति से करना शर्मनाक है।”

बीजेपी ने बोला हमला

विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने इस मामले पर केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह जैसे किसी… की तुलना चोरों से की जा रही है; बेशर्म बेशर्मी… वे (आप) भ्रष्ट लोग हैं जिन्होंने खराब आबकारी नीति का इस्तेमाल कर दिल्ली की जनता को धोखा दिया है। वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, क्या आपने कभी किसी भ्रष्ट व्यक्ति को पूछताछ के बाद बाहर आते देखा है और स्वीकार किया है कि वह भ्रष्ट था और इसके लिए माफी मांगें? यह ‘ऑपरेशन असहयोग’ है। हमें नहीं पता कि सवाल क्या थे, लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार उनसे पूछा गया होगा कि उन्होंने आबकारी नीति वापस क्यों ली