जदयू से आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद बिहार में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस्तीफे के बाद आरसीपी सिंह ने जदयू को डूबता हुआ जहाज बताया था। वहीं रविवार (7 अगस्त, 2022) को राजीव रंजन ने कहा कि जदयू नौकायन जहाज है। इसी मुद्दे को लेकर चल रही एक टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस नेता ने नीतीश कुमार को घेरा तो जेडीयू प्रवक्ता तल्ख तेवर में नजर आए।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने कहा कि पूरे बिहार में आरसीपी टैक्स की चर्चा थी, तब नीतीश कुमार कहां थे। उन्होंने भाजपा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आरसीपी तो एक बहाना हैं नीतीश को निपटाना है। उन्होंने कहा कि जो भाजपा का सत्ता का खेल है। उसको भारतीय जनता पार्टी हर जगह रचने की कोशिश करती है। काफी जगह उनको (बीजेपी) को सफलता भी मिली है। यह सच बिहार में स्पष्ट देखने को मिल रहा है।
माधव ने आरोप लगाया कि जब जेडीयू और बीजेपी गठबंधन में आई है, तब से नीतीश कुमार याचक की भूमिका में काम कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि वो कुछ मांगने की भूमिका में हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह का संबंध आज का नहीं है। पिछले ही साल इन दोनों लोगों ने अपनी दोस्ती की सिल्वर जुबली मनाई थी। यानी कि यह उनका 26वां साल चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचार खेल चल रहा था तो निश्चित रूप से इसका हिस्सा ऊपर भी जाता होगा। उन्होंने कहा कि ‘आरसीपी टैक्स’ की पूरे बिहार में चर्चा थी। नीतीश कुमार उस वक्त क्यों खामोश थे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए तो केवल आरसीपी सिंह ही दोषी नहीं निकलेंगे, बल्कि उनके संपर्क में रहने वाले लोग में इस भूमिका में होंगे। उन्होंने कहा कि अब आरसीपी को अकेला मत देखिए, आरसपी प्लस बीजेपी देखिए। उन्होंने कहा कि ये जो दूरियां दोनों के बीत आई हैं, यह सत्ता को लेकर ही है। भारतीय जनता पार्टी किसी तरह से नीतीश कुमार को निपटाना चाहती है।
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने आरसीपी सिंह पर लगे भ्रष्टाचार को लेकर कहा कि नीतीश कुमार ने कभी भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया। उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता से कहा कि आरोप देर से भी लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि आरोपों की सत्यता तक पहुंचने में देर हो सकती है, लेकिन कार्रवाई होगी।