Haryana Assembly Elections: हरियाणा में मतदान की तारीख में अब दो हफ्ते से भी कम का समय रह गया है। राज्य में तमाम दल और प्रत्याशी साम, दाम, दंड, भेद के जरिए चुनाव जीतना चाहते हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी से नाता तोड़ने वाले रणजीत सिंह चौटाला द्वारा अब एक बड़ा बयान दिया गया है। उन्होंने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि वो चुनाव परिणाम बाद भूपिंदर सिंह हुड्डा से हाथ मिला सकते हैं।
न्यूज एजेंसी IANS से बातचीत में भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, “मैं लोगों से पूछूंगा, ये जहां कहेंगे, वहां जाएंगे। हुड्डा मेरे परम मित्र हैं, हम क्लास फेलो रहे हैं। ये पार्टियां तो कल आई हैं। मैं और हुड्डा साहब 60s से दोस्त हैं। हम चंडीगढ़ पढ़ते थे। हमारे परिवारों को बहुत पुराना प्यार है। हुड्डा साहब के फादर और मेरे पिताजी और ताऊजी ने लाहौर और मुलतान की जेलें इकट्ठा काटी हैं। ब्रिटेश टाइम से भी हमारे संबंध हैं। वो एक अलग विषय है, राजनैतिक निर्णय मैं इन लोगों (समर्थकों) से पूछकर लूंगा। इसकी बात भी मैं इनसे पूछकर करूंगा। हो सकता है उनके साथ भी चला जाऊं, मुझे जो लोग कहेंगे वो करूंगा।”
मुख्यमंत्री पद को लेकर रणदीप सुरजेवाला का बड़ा बयान
हरियाणा कांग्रेस में सीएम पद को लेकर रार मची हुई है। अब मीडिया से बातचीत में एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर निर्णय चुनाव परिणाम के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी करेंगे। उन्होंने कहा, “कौन मुख्यमंत्री बनेगा, हर आदमी की आकांक्षा है। सैलजा जी भी बनना चाहेंगे, क्यों नहीं? मेरी बड़ी बहन है, चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी भी बनना चाहेंगे। हम तीनों के अलावा कोई और साथी का भी राइट हो सकता है। यहां प्रजातंत्र है, आखिर में यह निर्णय राहुल गांधी जी और खड़गे साहब करते हैं, जो वो निर्णय करेंगे वह हम सबको स्वीकार्य होगा।”
कुमारी सैलजा को लेकर बीजेपी के दावों से जुड़े सवालों पर उन्होंने कहा कि इन बातों में कोई वजन नहीं है। उन्होंने कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री मेरे लिए पिता समान हैं, उनका आदर करता हूं, उम्र की वजह से, दर्जे की वजह से, पर बचकाना बातें कर रहे हैं। सैलजा जी, कांग्रेसी थीं, हैं और रहेंगी।”