प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि उनके निधन से देश में ऐसा शून्य पैदा हुआ है जो शायद कभी नहीं भरेगा। पासवान का आज 74 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी।
उनके निधन पर मोदी ने कहा, ‘दुख बयान करने के लिए शब्द नहीं हैं मेरे पास। हमारे देश में ऐसा शून्य पैदा हुआ है जो शायद कभी नहीं भरेगा।’ उन्होंने कहा, ‘रामविलास पासवान जी का निधन मेरी निजी क्षति है। मैंने अपना एक दोस्त, बहुमूल्य सहयोगी और एक ऐसा व्यक्तित्व खो दिया है जो हर गरीब इंसान को सम्मान का जीवन सुनिश्चित करने को लेकर बहुत भावुक थे।’
कड़ी मेहनत और दृढ़ता से राजनीति में अपनी एक विशेष पहचान बनाने वाले लोक जनशक्ति पार्टी के नेता की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक युवा नेता के रूप में पासवान ने ‘आपातकाल के दौरान लोकतंत्र पर हुए हमले और अत्याचार’ का पुरजोर विरोध किया था। उन्होंने कहा, ‘वह एक उत्कृष्ट सांसद और मंत्री थे जिन्होंने नीतिगत क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।’
एलजेपी नेता पांच दशक से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में थे और देश के जाने-माने दलित नेताओं में से एक थे। पासवान उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री थे।
पासवान के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी शोक जताया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन से देश ने एक दूरदृष्टा नेता खो दिया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, रामविलास गरीबों की चिंता करने वाले, समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिंता करने वाले थे। वे चाहे किसी भी सरकार में मंत्री रहे हों, सभी पार्टियों के साथ बराबर की दोस्ती, सभी को साथ लेकर चलना, समाज के प्रति समर्पण के साथ उन्होंने जीवन बिताया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि रामविलास पासवान इस देश के बड़े ही लोकप्रिय नेता और गरीबों के मसीहा के रूप में थे। उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है। भगवान उनके परिवार को इस दुख के समय में सहनशक्ति प्रदान करे। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ये विश्वास लायक खबर नहीं है कि रामविलास पासवान हमारे बीच नहीं रहे। ये बेहद दुखद सूचना है। वे भारत के गरीब, वंचित, शोषित, दलित की नुमाइंदगी करने वाले थे। न केवल बिहार में, पूरे देश में उनकी रिक्तता सभी को खलेगी।
एलजेपी नेता के निधन पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि रामविलास पासवान का निधन एक बेहद ही दुखद समाचार है। उन्होंने जिंदगी भर गरीबों की, वंचितों की, शोषितों की, दलितों की आवाज़ उठाई है और उत्थान की बात कही है। हमारे पिता से उनके बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। एक परिवार के रूप में हम लोग रहे हैं।
इसी तरह केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि उनका निधन एक बेहद ही दुखद समाचार है। वो जिंदगी भर दलित, पिछड़े सभी समूहों के लिए लड़ते थे। मंत्रीमंडल में वो बहुत सक्रिय रहते थे। प्रधानमंत्री मोदी जी पर उनका बहुत विश्वास था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘रामविलास पासवान के असमय निधन का समाचार दुखद है। ग़रीब-दलित वर्ग ने आज अपनी एक बुलंद राजनैतिक आवाज़ खो दी। उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।’ (एजेंसी इनपुट)