Ram Mandir : अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) ने धन्नीपुर मस्जिद के निर्माण को अंतिम मंजूरी दे दी है। ADA के फैसले के बाद जल्द ही मस्जिद निर्माण शुरू हो जाएगा। बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि फैसले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सरकार ने अयोध्या जिले के धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन दी थी।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई पांच एकड़ भूमि पर इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (IICF) ट्रस्ट द्वारा एक मस्जिद, एक अस्पताल, एक शोध संस्थान, एक सामुदायिक रसोई और एक पुस्तकालय का निर्माण किया जाना है।
अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा लंबित मंजूरी और भूमि उपयोग के परिवर्तन के मामले की वजह से निर्माण में दो साल से अधिक की देरी हुई थी।
संभागीय आयुक्त ने क्या कहा ?
अयोध्या संभागीय आयुक्त गौरव दयाल ने पीटीआई को बताया “हमने शुक्रवार को हुई बोर्ड की बैठक में अयोध्या मस्जिद की परियोजना को मंजूरी दे दी है। स्वीकृत नक्शे कुछ विभागीय औपचारिकताओं के बाद इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (IICF) को सौंप दिए जाएंगे, जिन्हें कुछ दिनों के भीतर पूरा किया जाना है।”
“बाबरी मस्जिद से भी बड़ी होगी यह मस्जिद”
IICF के सचिव अतहर हुसैन ने कहा कि सभी मंजूरियों के बाद ट्रस्ट जल्द ही एक बैठक करेगा और मस्जिद के निर्माण की योजना को अंतिम रूप देगा। उन्होंने कहा, “हमने 26 जनवरी, 2021 को मस्जिद की नींव रखी थी। हमने उस दिन को चुना क्योंकि इस दिन, भारत का संविधान लागू हुआ था”अतहर हुसैन ने कहा कि धन्नीपुर मस्जिद बाबरी मस्जिद से बड़ी होगी।
9 नवंबर, 2019 को एक ऐतिहासिक फैसले में, सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में एक विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया और सरकार से जिले में एक प्रमुख स्थान पर मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन आवंटित करने को कहा था।
मस्जिद के निर्माण के लिए गठित IICF ट्रस्ट ने मस्जिद के साथ-साथ एक अस्पताल, एक सामुदायिक रसोई, एक पुस्तकालय और एक शोध संस्थान बनाने की अपनी योजना की घोषणा की। हुसैन ने कहा कि आगामी अस्पताल 1,400 साल पहले पैगंबर द्वारा सिखाई गई इस्लाम की सच्ची भावना में मानवता की सेवा करेगा।