उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव पार्टी के बीच गठबंधन खत्म होने के बाद भी जुबानी हमला जारी है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने सोमवार (1 अगस्त, 2022) की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि जब सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान 27 महीने जेल में रहे। तब वो उनसे मिलने नहीं गए थे, लेकिन सीएम योगी से मिलने पहुंच गए।
सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने कहा कि जब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर दलित, वंचित, मजलूमों के हक की आवाज के लिए सीएम योगी से मिलते थे, तब यही समाजवादी पार्टी के लोग कहते थे कि ईडी से डर गए हैं। जान बचाने के लिए मिल रहे हैं।
अरुण राजभर ने कहा कि हम हमेशा समाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट के बारे में चर्चा करते हैं। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने राजभर समाज को एसटी में शामिल करने के लिए चार महीने पहले आदेश दिया था। उसको लागू कराने के लिए हम सीएम योगी से चर्चा करने के लिए जाते हैं। साथ ही राजभर समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और नौकरी में हिस्सेदारी-भागेदारी कैसे मिले इन तमाम मुद्दों को लेकर हम उनसे मिलने जाते हैं। तब समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी पार्टियां यह आरोप लगाती हैं कि यह डीलिंग करने के लिए जाते हैं। यह डरे हुए हुए हैं, इसलिए वहां जाकर ‘शरणम् गच्छामि’ कर रहे हैं।
सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि अब वो लोग कहां हैं, बिल से बाहर निकलें। चोरी-चोरी, छुपके-छुपके किससे मिलने जा रहे। उन्होंने रामगोपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि कैमरे पर आकर बोल नहीं पा रहे और ट्वीट कर रहे हैं कि कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए जा रहे हैं कि उनको प्रताड़ित न किया जाए।
अरुण राजभर ने कहा कि बहुत लंबे समय तक सपा कार्यकर्ता और नेता जेलों में बंद रहे। उदाहरण के तौर पर आजम खान को ही ले लीजिए। सपा के तमाम कार्यकर्ता सलाखों के पीछे अभी भी हैं। तब तो यह कभी अंदर मिलने नहीं गए।
उन्होंने सवाल किया की चुनाव को बीते 4-5 महीने लगभग होने जा रहे हैं। कई सपा कार्यकर्ता जेल में बंद हैं, उनके सम्मान के लिए उस वक्त नहीं गए, जब वो जेल में चले गए थे। राजभर ने कहा कि यही बात ओम प्रकाश राजभर कार्यकर्ताओं के लिए कहने लगे तो इन लोगों (सपा) को बुरा लगा और यही काम आज सपा नेता खुद कर हैं। जिसको ओम प्रकाश राजभर चार महीने पहले बता चुके हैं।