अशोक गहलोत तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे जबकि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट पहली बार सूबे के उप मुख्यमंत्री होंगे। पार्टी नेतृत्व ने इन दोनों नेताओं के नाम पर शुक्रवार (14 दिसंबर) को मुहर लगाई। 41 साल के सचिन पायलट भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट के बेटे हैं और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला के दामाद और उमर अब्दुल्ला के जीजा हैं। उनकी शादी सारा अब्दुल्ला से हुई है। सचिन और सारा में जबर्दस्त केमिस्ट्री है। सचिन राजनीति में व्यस्त हैं जबकि सारा दोनों बच्चों को संभालती हैं और यूनाइटेड नेशंस के विंग में महिला विकास के लिए काम करती हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद सचिन पायलट ने कुछ दिनों के लिए बीबीसी के दिल्ली ब्यूरो और मल्टीनेशनल कंपनी जनरल मोटर्स में भी काम किया था।
1990 के दौर में जब कश्मीर में अशांति थी, तब फारुख अब्दुल्ला ने बेटी सारा को लंदन मां के पास भेज दिया था। चूंकि दोनों के पिता राजनीतिक दोस्त थे, इसलिए एक पारिवारिक समारोह में दोनों परिवार एक जगह जमा हुए थे। यहीं उनके प्यार की नींव पड़ी। दिल्ली में स्कूलिंग और सेंट स्टीफेन कॉलेज से ग्रैज्यूएशन करने के बाद सचिन एमबीए करने अमेरिका चले गए थे। वहीं दोनों का परिचय हुआ फिर दोस्ती। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में तब्दील हो गया। दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे। यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्सिलवानिया के व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए करने के बाद सचिन देश लौट आए लेकिन सारा विदेश में ही रहीं। दोनों के बीच लंबी जुदाई ने उनके प्यार को और गहरा कर दिया। ये दोनों अक्सर फोन पर लंबी बातें करते। ईमेल और टेक्स्ट मैसेजेज से एक-दूसरे से जुड़े रहते। सिमी ग्रेवाल शो में सारा ने कहा था, “हम दोनों फोन, मैसेज, ईमेल से एक दूसरे के संपर्क में रहते थे। फोन पर लंबी बातें होती थीं। बिल बहुत ज्यादा आ जाता था।”
इन दोनों की परवरिश आधुनिक परिवेश में हुई है लेकिन दोनों के ख्यालात भारतीय परंपरा को मानने वाले हैं। इसलिए इन दोनों ने शादी के लिए अपने-अपने परिवार को मनाने की ठानी। विदेश में ही सारा ने एक दिन अपनी मां से सचिन को मिलवाया था और अपनी लव स्टोरी बताई थी। तब सचिन की मासूम मुस्कान ने सारा की मां का दिल जीत लिया था। उन्होंने अपनी रजामंदी दे दी थी लेकिन पिता की रजामंदी बाकी थी। हालांकि, पिता फारुख अब्दुल्ला ने क्रिश्चन महिला से शादी की थी, बावजूद इसके उन्हें गैर मुस्लिम शख्स से शादी करने पर ऐतराज था। फारुख अब्दुल्ला अपनी बेटी से बहुत प्यार करते थे और सचिन को भी पसंद करते थे लेकिन धार्मिक और राजनीतिक कारणों से वो इसकी मंजूरी नहीं दे पा रहे थे। सचिन के परिवार ने भी मुस्लिम युवती से शादी करने की इजाजत नहीं दी। हालांकि, सचिन पायलट ने बाद में अपनी मां रमा पायलट को मना लिया।
उधर, जब सचिन और सारा के प्यार की बात कश्मीर घाटी में सार्वजनिक हुई तो फारुख अब्दुल्ला के खिलाफ दुष्प्रचार होने लगा कि उनकी बेटी किसी काफीर से शादी करने जा रही है। फारुख की पार्टी के कई विधायकों ने भी इस पर ऐतराज जताया और नसीहत दी कि मुस्लिम शख्स किसी गैर मुस्लिम से शादी कर सकता है लेकिन इस्लाम मुस्लिम महिला को गैर मुस्लिम से निकाह की इजाजत नहीं देता। तब फारुख ने सारा को सचिन से मिलने और फोन पर भी बातचीत करने से मना कर दिया था। इसके बाद सचिन और सारा ने कुछ और महीने तक इंतजार करने का फैसला किया। कुछ दिनों बाद उन्हें लगा कि स्थिति संभलने वाली नहीं है। इस बीच तीन साल गुजर गए। सारा और सचिन का प्यार परवान चढ़ चुका था। लिहाजा दोनों ने शादी करने का फैसला किया।

साल 2004 की 15 जनवरी को दौसा की सांसद रमा पायलट के दिल्ली स्थित 20 केनिंग लेन के सरकारी आवास पर सादे तरीके से सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला की शादी हुई। इस शादी में न तो फारुख अब्दुल्ला आए और न ही उमर अब्दुल्ला। उस दिन फारुख अब्दुल्ला लंदन में थे जबकि उमर दिल्ली के ही बत्रा अस्पताल में अपेंडिक्स का इलाज करने के लिए भर्ती हुए थे। हिन्दू-मुस्लिम दूल्हा-दुल्हन की वजह से यह शादी चर्चा में थी। इनकी शादी को अब चौदह साल हो गए हैं। फिलहाल इस दंपति के दो बेटे हैं। अब दोनों परिवारों में रिश्ते सामान्य हैं। फारुख अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला इस शादी को मान्यता दे चुके हैं।