मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है। वह रविवार (12 जून) को राजस्थान के जयपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जाट पार्लियामेंट में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान सत्यपाल मलिक ने कहा कि जब सब बरबाद हो रहे हैं तो प्रधानमंत्री बताएं कि अंबानी-अडानी कैसे मालदार हो रहे हैं?
देश को बिकने से रोकना होगा: राज्यपाल मलिक ने अंबानी-अडानी पर भी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के एयरपोर्ट, रेलवे, शिपयार्ड सरकार के दोस्त अडानी को बेचे जा रहे हैं। हमें देश को बिकने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि अडानी ने किसानों की फसल सस्ते दाम पर खरीदने और महंगे दामों पर बेचने के लिए पानीपत में बड़ा गोदाम बनाया है। अडानी का ऐसा गोदाम उखाड़ फेंको। डरने की जरूरत नहीं है, मैं आपके साथ जेल चलूंगा। अडानी और अंबानी इतने मालदार कैसे हो गए हैं? जब तक इन लोगों पर हमला नहीं होगा, तब तक ये लोग रुकेंगे नहीं।
सत्यपाल मलिक ने किसान आंदोलन को लेकर भी प्रधानमंत्री को घेरा। उन्होंने कहा कि जब किसान आंदोलन में हमारे लोग सड़कों पर मरने लगे थे, तब मैं अपना इस्तीफा जेब में लेकर प्रधानमंत्री जी से मिलने गया था। मैंने उन्हें समझाया कि इन लोगों के साथ ज्यादती हो रही है। कुछ ले-देकर इन्हें हटा दीजिए। उन्होंने कहा कि किसान खुद चले जाएंगे। तब मैंने उनसे कहा कि आप इन्हें नहीं जानते। यह तब जाएंगे जब आप चले जाएंगे। लेकिन उस समय प्रधानमंत्री नहीं माने।
अपना इस्तीफा जेब में लेकर घूमता हूं: राज्यपाल मलिक ने आगे कहा कि बाद में पीएम को समझ आया, उन्होंने माफी मांगी और कानून वापस ले लिए। सत्यपाल मलिक ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून नहीं बना तो किसानों की सरकार के साथ भयानक लड़ाई होगी। उन्होंने कहा कि धरना खत्म हुआ है, आंदोलन खत्म नहीं हुआ।
किसानों के समर्थन में कूद पड़ूंगा: सत्यपाल मलिक ने यह भी कहा कि मेरे तो राज्यपाल के तौर पर चार महीने रह गए हैं, मैं तो छोड़कर उसी में कूद पडूंगा। उन्होंने कहा, “जेब में इस्तीफा लेकर घूमता हूं, मां के पेट से गवर्नर बन कर नहीं आया था। मैंने सोच रखा है कि रिटायर होने के बाद किसानों के हक के लिए पूरी ताकत से जुट जाउंगा। मेरा दो कमरे का घर ही मेरी ताकत है इसलिए किसी से भी पंगा ले लेता हूं। किसानों के लिए चार महीने में मैदान में उतर जाउंगा।