राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या करने वाले आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं अब राजस्थान सरकार ने आरोपियों को गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मियों को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद इसकी घोषणा की।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बताया, “उदयपुर की घटना में शामिल आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी करने वाले पांच पुलिसकर्मियों श्री तेजपाल, श्री नरेन्द्र, श्री शौकत, श्री विकास एवं श्री गौतम को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन देने का फैसला किया गया है।”
कन्हैया लाल की हत्या करने के बाद दोनों हत्यारे रियाज अख्तारी और मोहम्मद गौस उदयपुर के बाहर भागने का प्रयास कर रहे थे। दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर और हेलमेट लगाकर भागने का प्रयास कर रहे थे। राजसमंद के पुलिस प्रमुख सुधीर चौधरी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि दो लोगों ने उदयपुर के बाहरी इलाके में एक राजमार्ग पर बाइक को भागने की कोशिश की और पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
पुलिसकर्मी बैरिकेड पर खड़े थे और दोनों आरोपी हेलमेट लगाकर मोटरसाइकिल से भाग रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं रुके। उसके बाद पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग कर उन्हें काबू में कर लिया और गिरफ्तार कर लिया। घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी आरोपियों को काबू में करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
वहीं उदयपुर की घटना को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समीक्षा बैठक की और बैठक के दौरान पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह घटना आतंक फैलाने के उद्देश्य से की गई है। मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर बताया कि यूएपीए के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच एनआईए द्वारा की जाएगी, जिसमें राजस्थान एटीएस पूर्ण रुप से सहयोग करेगी।
बता दें कि राजस्थान के उदयपुर शहर में मालदास स्ट्रीट में दोनों आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। मृतक युवक कन्हैया लाल के 8 साल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिससे गुस्साए आरोपियों ने कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या कर दी।