राजस्थान के उदयपुर में दो युवकों ने एक दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। पुलिस ने हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है और घटना की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने एनआईए की टीम को भी भेज दिया है। वहीं अब घटना पर राजनीति भी तेज हो गई है। मौलाना तौकीर रजा ने घटना को सियासी रंग दे दिया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा भी मांगा है।

मौलाना तौकीर रजा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “उनके (हत्यारों) खिलाफ जो भी कार्रवाई हो वह कम है और कार्रवाई की जानी चाहिए। इनके साथ किसी भी प्रकार की नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने देश का भी नुकसान किया है और मुसलमानों का भी नुकसान किया है। जाने या अनजाने में इन्होंने जो कृत्य किया है उसने बीजेपी और आरएसएस को फायदा पहुंचाने का काम किया है।”

मौलाना तौकीर रजा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगा है। उन्होंने कहा, “राजस्थान के उदयपुर की घटना की कांग्रेस को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर अशोक गहलोत इस्तीफा नहीं देते हैं तो कांग्रेस हाईकमान को कड़ी कार्यवाही करते हुए गहलोत को पद से हटा देना चाहिए। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”

उदयपुर की घटना को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री ने सभी से शांति बरतने की अपील की है। वहीं प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए राजस्थान में सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है और पूरे राजस्थान में धारा 144 लगा दी गई है। पूरे राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है। राजस्थान की घटना के बाद मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस से कड़ी निगरानी बरतने को कहा गया है और अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।

वहीं घटना को लेकर बीजेपी राजस्थान सरकार पर सवाल उठा रही है। घटना के बाद राजस्थान के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राजस्थान की घटना सिर्फ कन्हैयालाल पर हमला नहीं है, बल्कि पूरे हिंदू समाज पर हमला है।