अगले साल राजस्थान में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सक्रिय हो गई हैं। अपने वफादार भाजपा नेताओं के साथ वह बैठकें कर रही हैं और दावा किया है कि अगले साल चुनावों में 200 विधानसभा सीटों में से 163 से ज्यादा पर भारतीय जनता पार्टी की जीत होगी। इसके चलते उन्होंने बीकानेर और चुरू का दौरा किया, जो पार्टी की तरफ से घोषित कार्यक्रम नहीं था। उन्होंने इस दौरन कई मंदिरों के दर्शन किए और उन्होंने अपने इस दौरे को निजी टूर बताया।

बीकानेर और चुरू में वसुंधरा की जनसभाओं में समर्थकों की भारी भीड़ शामिल हुई। यहां अपने शक्ति प्रदर्शन से उन्होंने दिल्ली में बैठे आलाकमान को यह मैसेज पहुंचा दिया है कि वह सीएम पद की रेस में मजबूती के साथ खड़ी हैं। बीजेपी में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर खींचतान चल चल रही है। इनमें हनुमान बेनीवाल का भी नाम शामिल है। कुछ समय पहले उन्होंने सीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर कहा था, “बिना दूल्हे बारात नहीं हो सकती। बीजेपी में 10-12 दूल्हे बैठे हैं और एक लुटेरी दुल्हन बैठी है।”

बीजेपी की राज्य इकाई कई गुटों में बंटी हुई है और कई नेताओं की नजर मुख्यमंत्री पद पर है। पिछले कुछ सालों में राजे के प्रति वफादार गुट और गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया के समर्थकों के बीच दरार की खबरों ने राज्य में बीजेपी के भीतर की अंतर्लह को और उजागर किया है। 2019 में पूनिया के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से राजे पार्टी के कई कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुई हैं। वहीं, पूनिया ने अनुशासनहीनता के आरोप में रोहिताश शर्मा जैसे राजे समर्थकों को पार्टी से बाहर कर दिया है।

मंदिरों का किया दौरा

बीकानेर की अपनी हालिया यात्रा पर राजे ने देशनोक में प्रसिद्ध करणी माता मंदिर का दौरा किया। उनके सहयोगियों ने कहा कि पूर्व सीएम ने मंदिर में एक सफेद चूहा देखा, जिसे एक अच्छा शगुन माना जाता है। राजे ने एक गणेश मंदिर और बिश्नोई समिति की तीर्थयात्रा भी की।

कांग्रेस पर भी बोला हमला

बीकानेर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजे ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि 4 सालों में राजस्थान का कोई विकास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि 2 साल तक राजस्थान सरकार कोरोना महामारी से पूरी तरह बाहर नहीं निकली और अब 2 साल से कुर्सी का खेल चल रहा है। राजे ने बताया, “2018 के चुनाव में हारने के बाद मैंने जनता से सवाल किया कि इतना काम करने के बाद भी उन्होंने बीजेपी को क्यों नहीं जिताया। इस पर जनता ने कहा कि आपकी सरकार ने किसानों का 8,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया। और कांग्रेस ने सभी का कर्ज माफ करने का वादा किया। हमें लगा कि अगर सभी कृषि ऋण माफ कर दिए जाएंगे तो इससे हमें बहुत फायदा होगा और इस तरह हम कांग्रेस के जाल में फंस गए और उन्हें वोट दिया।”

वहीं, राजस्थान कांग्रेस में चल रही खींचतान पर टिप्पणी करते हुए राजे ने कहा कि जनता की समस्याओं को सरकार ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है और कुर्सी को लेकर खीचमतानी चल रही है। एक व्यक्ति कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं है, जबकि दूसरा कुर्सी पर बैठना चाह रहा है।