राजस्थान के 20 जिलों में हुए 90 नगर निकायों के चुनाव परिणाम आज सामने आ गए हैं। प्रदेश की सत्ता पर काबिज कांग्रेस का प्रदर्शन इस चुनाव में बेहतरीन रहा है। कांग्रेस इस चुनाव में कई निकाय भाजपा से छीनने में कामयाब रही है। लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा और कांग्रेस के लिए गले की फांस बने। प्रदेश में 90 नगर पालिकाओं के 3035 वार्डों पर हुए चुनाव में निर्दलीयों व थर्ड फ्रंट ने कांग्रेस व भाजपा को कड़ी टक्कर दी है।
निर्दलीयों व थर्ड फ्रंट की आरएलपी व एनसीपी ने 13 नगर पालिकाओं में बहुमत हासिल किया है। प्रदेश के 10 नगर पालिकाओं में निर्दलीय, दो नगर पालिका में एनसीपी व एक नगर पालिका में आरएलपी के प्रत्याशियों को बहुमत मिला है। एनसीपी ने नोखा व निवाई नगरपालिका में बहुमत हासिल किया है। वहीं मुंडवा नगर पालिका आरएलपी के ज्यादा प्रत्याशी जीते है। प्रदेश में थर्ड फ्रंट व निर्दलीयों की बढ़ती ताकत ने कांग्रेस व भाजपा के नेताओं की नींद उड़ा दी
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों को इस चुनाव में सराहा गया है, तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जमीनी स्तर पर की गई मेहनत भी रंग लाई है। निकाय चुनाव के नतीजे से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गदगद नजर आए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज आए 90 नगरीय निकाय के चुनावों के नतीजे सुखद हैं। कांग्रेस पार्टी के सभी विजयी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। मतदाताओं का आभार तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं को उनकी मेहनत के लिये धन्यवाद और जीत की बधाई। परिणामों में मत प्रतिशत भी कांग्रेस का अधिक है और विजयी पार्षदों की संख्या भी कांग्रेस पार्टी की ज्यादा है, अधिकांश जगह कांग्रेस पार्टी के बोर्ड बनेंगे।
बता दें कि 20 जिलों के 90 निकाय के चुनाव परिणाम राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी किए गए हैं। 3035 वार्डों में से 3034 वार्डों के चुनाव परिणाम जारी कर दिये गये है। जिसमें सबसे ज्यादा 1197 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की। वहीं, भाजपा 1140 वार्ड जीतने में कामयाब रही। 634 वार्डों में निर्दलीय, 46 वार्डों में NCP, 13 वार्डों में RLP, 03 वार्डों में CPIM और 01 वार्ड में BSP प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है।
इस चुनाव में 8,328 ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया गया। 3,253 वार्डों के लिए 5,253 मतदान केंद्र बनाए गए थे। चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव से संबंधित किसी भी शिकायत के तत्काल निवारण के लिए आयोग ने जयपुर मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया था।
90 निकायों के 3,035 वार्डों के लिए 5,253 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन निकायों में कुल 30,28,544 मतदाता हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने बताया कि 15,101 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था। चुनाव में 9,930 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी।
BSP को एक सीट, माकपा को तीन सीट, NCP को 46 सीटें और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 13 सीटों पर जीत मिली है।
कांग्रेस पार्टी को जहां राज्य के 1,197 वॉर्डों में जीत मिली है, वहीं BJP के उम्मीदवार 1,140 सीटों पर कामयाब रहे हैं। निर्दलीयों ने अपने हिस्से में 634 सीटें की हैं।
राजस्थान में निकाय चुनाव में कुल 29, लाख वोटर थे जिसमें 22 लाख वोट पड़े थे। इनमें से 7,85,282 वोट कांग्रेस को मिले हैं जबकि 7,65363 वोट बीजेपी के खाते में गए हैं. 687,219 वोट निर्दलीय उम्मीदवारों को मिला है।
प्रदेश के भादरा, रावतसर, संगरिया, बागड़, चिड़ावा, मुकंदगढ़, सूरजगढ़, रींगस, मालपुरा व भींडर में निर्दलीय प्रत्याशी ज्यादा जीते है। यहां पर कांग्रेस व भाजपा के ज्यादातर प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है।
लक्ष्मणगढ़ नगरपालिका पर हर किसी की नजर थी। यह नगर पालिका स्वयं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की विधानसभा क्षेत्र में आता है। लेकिन, इस विधानसभा में बोर्ड निर्दलीयों के सहारे बनेगा। यहां कुल 40 वार्ड हैं, जिनमें से कांग्रेस और बीजेपी में जीत मिली है। वहीं, 11 वार्डों में निर्दलीय और 1 वार्ड में माकपा ने जीत दर्ज की है।
अगर 90 निकाय के कुल सीटों को देखें तो 1140 सीटों पर बीजेपी जीती है, जबकि कांग्रेस 1197 सीटों पर जीती है निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में 693 सीटें गई।
16 निकाय ऐसे हैं, जहां कांग्रेस और भाजपा में से जो भी निर्दलीयों का समर्थन लेने में कामयाब होगा, वही बोर्ड बना सकेगा। वहीं, 6 निकायों में कांग्रेस मजबूत है और निर्दलीयों का साथ मिलने पर बोर्ड उसका हो सकता है। भाजपा 3 निकायों में मजबूती के साथ आई है, लेकिन बोर्ड बनाने के लिए उसे भी निर्दलीयों की मदद चाहिए। बाकी निकायों में केवल निर्दलियों का ही बोलबाला है। लिहाजा, यहां बोर्ड पर कौन काबिज होगा, इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है।
राज्य के 20 जिलों-अजमेर, बांसवाड़ा, बीकानेर, भीलवाड़ा, बूंदी, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, चूरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर, पाली, राजसमंद, सीकर, टोंक और उदयपुर के 90 निकायों (एक नगर निगम, नौ नगर परिषदों और 80 नगर पालिकाओं) में गुरुवार को मतदान हुआ था।
राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार 90 स्थानीय निकायों के 3035 वार्ड में से 3034 वार्ड के परिणाम घोषित आ चुके हैं। इनमें से कांग्रेस ने 1197 वार्ड में जीत दर्ज की है। भाजपा ने 1140 वार्ड में और 634 वार्ड में निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। वहीं 46 वार्ड में एनसीपी, 13 वार्ड में आरएलपी, तीन वार्ड में सीपीआई (एम) और एक पर बसपा के वार्ड सदस्य ने जीत दर्ज की है।
राजस्थान में एनसीपी भी बीकानेर में चुनाव जीती। बीकानेर में तीन निकायों के चुनाव परिणाम जारी हो गया है। नोखा में NCP को पूर्ण बहुमत मिला है वहीं देशनोक में कांग्रेस को मामूली बढ़त हासिल हुआ है, जबकि श्रीडूंगरगढ़ में भाजपा ने क्लीन स्वीप किया है।
राजस्थान निकाय चुनाव में जीत के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट किया है। पायलट ने लिखा, 'राज्य में हुए नगर निकाय चुनावों में विजय हासिल करने वाले समस्त कांग्रेस प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई एवं चुनावों में कड़ी मेहनत के लिए समस्त कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूँ। कांग्रेस उम्मीदवारों को अपार जनसमर्थन देने के लिए समस्त मतदाताओं का आभार।'
निकाय चुनाव के नतीजे से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गदगद नजर आए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि आज आए 90 नगरीय निकाय के चुनावों के नतीजे सुखद हैं। कांग्रेस पार्टी के सभी विजयी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। मतदाताओं का आभार तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं को उनकी मेहनत के लिये धन्यवाद और जीत की बधाई। परिणामों में मत प्रतिशत भी कांग्रेस का अधिक है और विजयी पार्षदों की संख्या भी कांग्रेस पार्टी की ज्यादा है, अधिकांश जगह कांग्रेस पार्टी के बोर्ड बनेंगे।
राजस्थान नगर निकाय चुनाव का परिणाम जारी हो गया है। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका चुनाव 2021 में बीजेपी ने जीत दर्ज की है। फाइनल रिजल्ट में भाजपा को 23, कांग्रेस 14, निर्दलीय 3 उम्मीदवार जीते हैं।
वल्लभनगर विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी-कांग्रेस को झटका लगा है। भींडर नगर पालिका चुनाव में बीजेपी की जमानत जब्त हो गई है। 21 सीटों पर बीजेपी और 1 सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत जब्त हुई है। नगर निकाय के 25 सीटों पर चुनाव हुए थे। जनता सेना ने 13 सीटें जीती हैं। पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर ने जनता सेना पार्टी बनाई थी।
अशोक चांदना के नैनवा में कांग्रेस के 10 पार्षद जीते हैं। नैनवा में कुल 25 सीट है. मंत्री सुखराम बिश्नोई के सांचौर का परिणाम देखा जाए तो यहां 35 में से कांग्रेस और बीजेपी ने 16-16 सीटें जीती हैं। सांचौर में तीन निर्दलीयों के हाथ में चाबी रहेगी। उप सचेतक महेंद्र चौधरी के नावां में 25 में से 13 सीटें बीजेपी ने जीती है जबकि कांग्रेस को मिली 10 सीट मिली है।
कुचामन में कांग्रेस को 20 सीट और बीजेपी को 18 और सात सीटें निर्दलीयों के खाते में गई हैं.वल्लभनगर विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी-कांग्रेस को झटका लगा है। भींडर नगर पालिका चुनाव में बीजेपी की जमानत जब्त हो गई है. 21 सीटों पर बीजेपी और 1 सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत जब्त हुई है। नगर निकाय के 25 सीटों पर चुनाव हुए थे। जनता सेना ने 13 सीटें जीती हैं। पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर ने जनता सेना पार्टी बनाई थी।
राजस्थान निकाय चुनाव परिणाम की तस्वीर लगभग साफ होने लगी है। राज्य में निकाय चुनाव परिणाम आने के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस बना सकती लगभग 45 जगह अपना बोर्ड, जबकि बीजेपी 30 जगह पर बोर्ड बना सकती है। हालांकि कुछ सीटों पर निर्दलीय का कब्जा भी है।
अब तक 25 वार्डों की मतगणना में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। कांग्रेस ने 13 वार्डों में जीत दर्ज की है। बीजेपी ने 9 वार्डों में जीत दर्ज की है।
तीन सीटें निर्दलीय प्रत्याशियों के खाते में आई है।
अजमेर में काउंटिंग के दौरान बवाल हो गया है। अजमेर में निर्दलीय प्रत्याशी और बीजेपी कैंडिडेट के बीच तनातनी बढ़ गई, जिसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे। इधर मेड़ता सिटी नगरपालिका चुनाव का परिणाम जारी हो गया है। चुनाव रिजल्ट के मुताबिक नगरपालिका में 40 वार्डों का परिणाम जारी हो गया है, जिसमें कांग्रेस-17, भाजपा-15 और निर्दलीय 8 सीटों पर जीत दर्ज की है। अब दोनों दलों की नजर निर्दलीयों पर है।
हनुमानगढ़ निकाय चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए निराशाजनक रहे। भाजपा को पांचों पालिकाओं में से किसी में भी बहुमत हासिल नहीं हुआ। संगरिया में 35 वार्डों में लड़ी भाजपा को सिर्फ तीन सीटें मिलीं। हनुमानगढ़ नगरपालिका भादरा में निर्दलीयों को बहुमत मिला है। भादरा में 40 में से 26 पर निर्दलीय जीते हैं। संगरिया में 35 में से 27 पर निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है। पीलीबंगा में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। रावतसर में निर्दलीयों को बहुमत मिला है। नोहर में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है।
राजस्थान के निकाय चुनावों में कड़ी टक्कर के बाद भाजपा अब कांग्रेस से पिछड़ती दिख रही है। फिलहाल कांग्रेस 977 और भाजपा 900 वॉर्डों में आगे है। अब तक 3035 में से कुल 2500 वॉर्डों के रुझान आ चुके हैं। इनमें एनसीपी भी 46 वॉर्डों में आगे है। दूसरी तरफ हाल ही में एनडीए छोड़ने वाले हनुमान बेनीवाल की आरएलपी ने भी 12 सीटों पर बढ़त बनाई है।
राजस्थान के झालरापाटननगर नगरपालिका पर भाजपा ने कब्जा जमाने की ओर अग्रसर है। यहां 35 में से 20 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी जीत चुके हैं। कांग्रेस के 14 तथा एक निर्दलीय प्रत्याशी ने बाजी मारी है। झालरापाटन नगर पालिका में भाजपा का बोर्ड बनना लगभग तय हो गया है।
राजस्थान नगर निकाय चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी भी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, चौंकाने वाला प्रदर्शन राकांपा का है, जिसने अब तक 50 से ज्यादा वॉर्ड में बढ़त बना रखी है। इसके अलावा हनुमान बेनीवाल की आरएलपी भी 12 वॉर्डों पर आगे है। अब तक 3034 में 1585 वॉर्डों के रुझान आ चुके हैं।
अजमेर के अलावा डूंगरपुर क्षेत्र में भी भाजपा बढ़त बनाए हुए है। यहां यहां 40 में से 38 वार्डों का परिणाम आ चुका है। इसमें से 28 सीटों पर भाजपा ने जीत चुकी है। इसके साथ ही यह तय हो गया है कि भाजपा डूंगरपुर नगर परिषद में बोर्ड बना रही है।
अजमेर के सभी 80 वॉर्डों के नतीजे घोषित हो चुके हैं। यहां भाजपा को 47 सीटों पर जीत मिली है, जबकि कांग्रेस सिर्फ 18 सीटें ही जीत पाई। इस लिहाज से भाजपा नगरपालिका परिषद में बहुमत हासिल कर अपना बोर्ड स्थापित करेगी।
नागौर जिले की कुचेरा नगर पालिका में 25 वॉर्डों में से 22 पर कांग्रेस ने बढ़त बना ली है। अब तक 3035 वॉर्डों में से 440 के रुझान आ चुके हैं। इनमें 140 सीटों पर भाजपा, जबकि 171 सीटों पर कांग्रेस आगे है। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी 110 वॉर्डों पर आगे हैं। एनसीपी को भी 7 वॉर्ड पर बढ़त मिली है।
नोखा में भी मतगणना शुरू हो गई है। नोखा नगर पालिका के 45 वार्डों में भाजपा और नोखा विकास मंच के बीच सीधा मुकाबला है। यहां वर्तमान पालिका अध्यक्ष नारायण झंवर अपनी सीट जीत गए हैं। वार्ड संख्या एक से भी नोखा विकास मंच जीत गया है।
भाजपा और कांग्रेस के बीच निकाय चुनाव में कड़ी टक्कर जारी है। बीच में भाजपा से पिछड़ने के बाद कांग्रेस ने फिर बढ़त बनाई है। फिलहाल 285 वॉर्ड्स के रुझान आ चुके हैं। इनमें कांग्रेस ने पहले 100 सीटों का आंकड़ा पार कर लिया, जबकि भाजपा 95 सीटों पर आगे है। दूसरी तरफ निर्दलीयों को भी 83 सीटें मिली हैं। एनसीपी भी अपना खाता खोलने में सफल हुई है।
राजस्थान के निकाय चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर जारी है। हालांकि, बांसवाड़ा में यह मुकाबला एकतरफा होता दिख रहा है। यहां की कुसहलगढ़ नगरपालिका में 20 वॉर्ड में से 15 पर भाजपा आगे चल रही है। फिलहाल 3035 वॉर्डों में गिनती जारी है। इनमें 235 के रुझान आए हैं और भाजपा 76 वॉर्डों में आगे है। दूसरी तरफ कांग्रेस को 83 सीटों पर बढ़त मिली है।
राजस्थान निकाय चुनाव के रुझान आने शुरू हो चुके हैं। अब तक 3035 वॉर्ड्स में से 129 के रुझानों में भाजपा 50 पर आगे है, जबकि कांग्रेस 49 पर आगे है। इससे पहले 97 वॉर्डों के रुझान में कांग्रेस पहले ही भाजपा से आगे हो चुकी थी। लेकिन गिनती आगे बढ़ने के साथ भाजपा ने बढ़त बना ली है।
राजस्थान निकाय चुनावों में वोटों की गिनती जारी है। 3035 वॉर्ड्स में से 60 के शुरुआती रुझानों के मुताबिक, कांग्रेस 35 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा को 18 सीटों पर बढ़त मिली है। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी भी 9 सीटों पर आगे हैं। शाम तक सभी सीटों पर नतीजे साफ होने का अनुमान है।
राजस्थान के 90 नगर निकायों में गुरुवार को हुए मतदान के बाद आज वोटों की गिनती की जा रही है। सभी जगहों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना जारी है। बताया गया है कि शाम तक सभी नतीजे साफ हो सकते हैं।