राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार को सरकारी स्कूल की इमारत का एक हिस्सा ढहने से सात बच्चों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए। घटना जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी सरकारी स्कूल में हुई। झालावाड़ जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर पीपलोदी गांव के सरकारी स्कूल में बच्चे सुबह की प्रार्थना के लिए इकट्ठा हो रहे थे, तभी छठी और सातवीं कक्षा की छत ढह गयी। घटना के बाद मलबे का ढेर लग गया। घबराए हुए शिक्षकों, अभिभावकों व आसपास के अन्य लोगों ने बच्चों को मलबे से निकालना शुरू किया। आइए 10 पॉइंट में जानते हैं कब, कैसे और क्या हुआ।
1 बच्चे सुबह की प्रार्थना के लिए इकट्ठा हो रहे थे तभी छठी और सातवीं कक्षा की छत ढहने से इमारत का एक हिस्सा ढह गया, जिसमें लगभग 35 बच्चे दब गए।
2 घायलों को झालावाड़ अस्पताल और मनोहरथाना स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि करीब 12 छात्रों का अब भी इलाज जारी है। जिला अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि घायलों में से नौ का इलाज ICU में किया जा रहा है।
3 इस मामले में कार्रवाई करते हुए, स्कूल के पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया और मामले की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
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4 वहीं स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गुराड़ी चौराहे पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने सड़क जाम कर दी और टायर जलाकर सभी दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और अपने बच्चों को खोने वाले परिवारों को मुआवजा देने की मांग की।
5 इस बीच, राजस्थान मानवाधिकार आयोग ने इस दुखद घटना का स्वतः संज्ञान लिया और झालावाड़ के जिला मजिस्ट्रेट, जिला शिक्षा अधिकारी, शिक्षा निदेशक – बीकानेर और झालावाड़ के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किए। आयोग ने तथ्यात्मक रिपोर्ट, दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है।
6 आयोग ने कहा, “यह घटना प्रशासन की लापरवाही के कारण हुई। जिन परिवारों ने अपने बच्चों को खोया है, उन्हें सरकार द्वारा एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए।”
7 मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि उन्होंने शिक्षा मंत्री को गांव का दौरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी स्कूल भवन जर्जर हालत में न हो।
8 इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया।
9 राजस्थान की पूर्व सीएम और वरिष्ठ भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने भी बताया कि 7 स्कूली बच्चों की मौत हो गई। करीब 27 बच्चे घायल हैं। जैसे ही हमें पता चला, हम स्तब्ध रह गए। हम तुरंत दिल्ली से रवाना हुए और सीधे यहां आ गए। मुझे लगता है कि राज्य के शिक्षा विभाग को सभी स्कूलों का सर्वे करवाना चाहिए। जहां भी स्कूल जर्जर हालत में हैं, वहां बच्चों को सुरक्षित स्कूलों में शिफ्ट किया जाना चाहिए। ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो।
10 एसआरजी अस्पताल के डॉ. अशोक शर्मा ने बताया, “आज सुबह करीब 9 बजे एक हादसा हुआ और उन्हें यहां लाया गया। उनका इलाज चल रहा है। बच्चों को भर्ती किया गया था, कुछ को मामूली चोटें आईं थीं और कुछ को ज़्यादा गंभीर। ज़्यादातर का इलाज हो चुका है और उनकी हालत स्थिर है, जिनमें कुछ के पैर में चोट थी और उनका ऑपरेशन किया गया है। दो बच्चों की हालत थोड़ी गंभीर है, लेकिन फ़िलहाल वे ख़तरे से बाहर हैं। यहां आने वाले किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है।” पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स
(Input- PTI/ Bhasha)