राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जैसलमेर में मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, ‘मैं एग्रेसिव नहीं हूं, प्यार से मोहब्बत से बात करता हूं। हर पार्टी, हर मंत्री का आदर करता हूं। मुस्कुराता रहता हूं, यह भगवान की देन है।’ बागियों को लेकर बोले, ‘जो लोग सरकार गिराने की साजिश में लगे थे अगर वे आलाकमान के पास जाते हैं और आलाकमान उन्हें माफ कर देता है तो मैं उन्हें गले लगा लूंगा। मुझे पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। मैं 3 बार का मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष भी रहा। मैं जो भी कर रहा हूं पार्टी और जनता की सेवा के लिए कर रहा हूं मेरा इसमें अपना कुछ भी नहीं है। आलाकमान के फैसले पर मुझे कोई एतराज नहीं है।’
इस बीच, बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भगवानसिंह बाबा ने विधायकों को जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट करने पर अशोक गहलोत को रणछोड़ करार दिया है। उन्होंने कहा, यह सरकार अल्पमत में है इसलिए बाड़ेबंदी में विश्वास करती है। पहले जयपुर और अब जैसलमेर में बाड़ेबंदी करना बताता है कि मौजूदा विधायकों में अब भी कुछ असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि समर्थन देने के बाद भी बसपा विधायकों को तोड़ा है। इसका उन्हें सबक जरूर मिलेगा।
बता दें कि बसपा अभी हाई कोर्ट में दायर याचिका में पार्टी से कांग्रेस में गए छह विधायकों को दिए गए नोटिस से उत्साहित है। हाई कोर्ट ने उन विधायकों को 11 अगस्त तक जवाब पेश करने को कहा है। भगवानसिंह ने कहा कि पार्टी अब विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका लेकर 11 अगस्त के बाद जाएगी। पार्टी और उनके जवाब का इंतजार कर रही है। विधायकों के जवाब का कानून विशेषज्ञों से विश्लेषण कराया जाएगा। उसके बाद स्पीकर के पास याचिका लगाई जाएगी।
इससे पहले गहलोत ने इशारों-इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को राजस्थान में चल रहा ‘तमाशा’ रोकना चाहिए। यहां हॉर्स ट्रेडिंग के रेट बढ़ गए हैं। गहलोत ने केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी निशाना साधा। कहा, ‘संजीवनी को-ऑपरेटिव सोसायटी के घोटाले में शेखावत का नाम आ चुका है। कोर्ट ने भी जांच के निर्देश दिए हैं। ऐसे में शेखावत को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।’
वहीं सचिन पायलट गुट के विधायक विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट कर सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा। विश्वेंद्र सिंह ने लिखा, ‘हम भी जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि हैं सीएम साहब! पिछले 18 माह में मैंने आपसे मिलकर व्यक्तिगत रूप से प्रदेश के लोगों एवं मेरे विभाग की समस्याओं के बारे में बार-बार अवगत कराया लेकिन आपने इस और कोई ध्यान नहीं दिया, आखिर क्यों? जब सरकार अल्पमत में तो आपने पर्यटन विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं पर ध्यान दिया है, काश आप ये काम थोड़ा पहले कर लेते तो ना यह सरकार अल्पमत में होती और ना हमें दिल्ली आना पड़ता।’
Rajasthan Government Crisis LIVE Updates:
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा उनकी सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का बड़ा खेल खेल रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजस्थान में चल रहे इस ‘तमाशे’ को बंद करवाने की अपील की। इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि अगर पार्टी आलाकमान बागियों को माफ कर देते हैं तो वे भी उन्हें गले लगा लेंगे। गहलोत ने उनके एवं उनकी सरकार के खिलाफ बयानबाजी के खिलाफ भाजपा विशेषकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर कटाक्ष किया और कहा कि आडियो टेप प्रकरण के बाद शेखावत को तो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
पुलिस मुख्यालय के आदेश के मुताबिक, जैसलमेर गई पुलिस टीम में जयपुर पुलिस कमिश्नरी के एडिशनल पुलिस कमिश्नर (द्वितीय) राहुल प्रकाश, डीसीपी नार्थ डॉ. राजीव पचार, एडिशनल डीसीपी सुनित शर्मा, एडिशनल डीसीपी सतवीर सिंह, एडिशनल डीसीपी राजेंद्र प्रसाद खोथ, एसीपी राजेंद्र नैन, एसीपी शंकरलाल छाबा, एसीपी रणवीर सिंह, एसीपी सेठाराम, एसीपी विक्रम सिंह, एसीपी राजेश मलिक शामिल होंगे। इसके अलावा इंस्पेक्टर सागर बुरड़क, महावीर सिंह राठौड़, गुरुदत्त सैनी, सुरेश मीणा, श्रीचंद, बनवारी लाल मीणा, रेवड़मल मोर्य, सुरेंद्र सिंह, सतपाल सिंह शेखावत, सुरेंद्र सैनी, प्रदीप सिंह, सहीराम, रतनलाल, भूपेंद्र सिंह, भीखाराम, मुकेश खराडिया, अजय कुमार हैं। इसके अलावा सब इंस्पेक्टर रविंद्रपाल, राजवीर सिंह, बाबूलाल समेत 57 हेडकांस्टेबल/कांस्टेबल हैं। इनमें 24 पुलिसकर्मी सादी वर्दी में होटल के आसपास तैनात रहेंगे।
राजस्थान सरकार ने 37 नये महाविद्यालय इसी शैक्षणिक सत्र से शुरू करने का फैसला किया है। इसके साथ ही राज्य के दस स्नातक महाविद्यालयों को उन्नत कर उनमें स्नातकोत्तर स्तर तक की पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दो बजट में नए महाविद्यालय खोलने और स्व वित्त पोषित महाविद्यालयों को राजकीय महाविद्यालय का दर्जा देने की महत्वपूर्ण घोषणाएं की थीं। इसी के तहत 37 नये महाविद्यालय इसी शैक्षणिक सत्र 2020-21 से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने 10 स्नातक महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध कराने तथा पांच स्व वित्त-पोषित महाविद्यालयों और चार निजी महाविद्यालयों को राज्य सरकार के अधीन करने के लिए प्रस्तावों का अनुमोदन भी किया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा उनकी सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का बड़ा खेल खेल रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजस्थान में चल रहे इस ‘तमाशे’ को बंद करवाने की अपील की। गहलोत ने यहां संवाददाताओं कहा, ‘‘दुर्भाग्य से इस बार भाजपा का प्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त का खेल बहुत बड़ा है। वह कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश का प्रयोग यहां कर रही है। पूरा गृह मंत्रालय इस काम में लग चुका है।’’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है इसलिए उन्हें पुलिस के पहरे में होटल में रखा गया है। पूनियां ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘ ऐसे में जब लोग कोरोना वायरस संक्रमण में परेशान हो रहे हैं, तब गहलोत की सरकार जैसलमेर में लग्जरी होटल में बाड़े में बंद हैं। मुख्यमंत्री गहलोत को अपने मंत्रियों और विधायकों पर विश्वास नहीं है, इसलिए उन्हें पुलिस के कड़े पहरे में होटल के बाड़े में बंद कर रखा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने ही विधायकों पर भरोसा नहीं है इसलिए उन्हें पुलिस के पहरे में होटल में रखा गया है। पूनियां ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘ ऐसे में जब लोग कोरोना वायरस संक्रमण में परेशान हो रहे हैं, तब गहलोत की सरकार जैसलमेर में लग्जरी होटल में बाड़े में बंद हैं। मुख्यमंत्री गहलोत को अपने मंत्रियों और विधायकों पर विश्वास नहीं है, इसलिए उन्हें पुलिस के कड़े पहरे में होटल के बाड़े में बंद कर रखा है।’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जैसलमेर में मीडिया से कहा, ‘हमें बस लोकतंत्र की परवाह है। हमारी लड़ाई किसी से नहीं है। लोकतंत्र में नीति और विचारधारा की लड़ाई होती है। लड़ाई ये नहीं होती कि चुनी हुई सरकार को आप बर्खास्त कर दो। राजस्थान में हो रहे तमाशे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बंद करवाना चाहिए। विधानसभा के सत्र की घोषणा के बाद हॉर्स ट्रेडिंग के रेट काफी बढ़ गए हैं।’
शनिवार यानी एक अगस्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सूब में लॉकडाउन लगाने को लेकर बड़ा बयान दिया। गहलोत ने कहा, ‘राजस्थान में लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। हालांकि मैं लोगों से अपील करना चाहूंगा कि वे मास्क का इस्तेमाल जरूर करें, क्योंकि अभी बचाव ही इसका एकमात्र उपचार है।’
राजस्थान में शनिवार को कोरोना के 563 नए मामले सामने आए। राज्य में कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 42646 पहुंच गई है। शुक्रवार रात से शनिवार तक 10 मरीजों की मौत हो गई। इनमें जयपुर में 4, नागौर और भीलवाड़ा में 2-2, पाली और जोधपुर में 1-1 मरीज की मौत हो गई। इसके बाद कुल मौत का आंकड़ा 690 पहुंच गया। प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जोधपुर में हैं। वहां 6898 (इनमें 47 ईरान से आए) लोग कोरोना से संक्रमित हैं।
शाही सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध सूर्यगढ़ पैलेस होटल में गहलोत खेमे के विधायक ठहराए गए हैं। ये सभी विधायक यहां पर 13 अगस्त तक रुकेंगे। गहलोत ने शनिवार सुबह होटल के लॉन में सभी विधायकों के साथ चाय की चुस्कियों के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा की। गहलोत ने जैसलमेर आने से पहले ही विधायकों की बैठक ली थी, जिसमें उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए थे। गहलोत ने उनसे कहा कि कुछ दिन की ही बात है। हमें एकजुट होकर रहना पड़ेगा।
राजस्थान की गहलोत सरकार ने अपने खेमे के विधायकों को जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट कर दिया है। गहलोत गुट के विधायक जैसलमेर पहुंच गए हैं लेकिन गहलोत सरकार के 7 मंत्री और पांच विधायक अभी भी जैसलमेर नहीं पहुंचे हैं। जो मंत्री जैसलमेर नहीं पहुंचे हैं, उनमें प्रताप सिंह, रघु शर्मा, अशोक चांदना, लालचंद कटारिया, उदयलाल आंजना और विधायक जगदीश जांगिड़, अमित चाचांण, परसराम मोरदिया, बाबूलाल बरैवा और बलवान पुनिया शामिल हैं।
अशोक गहलोत सरकार के 7 मंत्री और पांच विधायक अभी भी जैसलमेर नहीं पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि विधायकों को जयपुर से जैसलमेर लाने वाले चार्टर्ड प्लेन में तकनीकी खामी आने के बाद यह फैसला लिया गया। अब ये मंत्री और विधायक आज की फ्लाइट से जयपुर से जैसलमेर पहुंचेंगे। वहीं सीएम अशोक गहलोत विधायकों को शिफ्ट कराकर खुद जयपुर पहुंच गए हैं। हालांकि रात में या फिर कल सुबह वह फिर से जैसलमेर पहुंच जाएंगे।
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि यदि बागी विधायक जनता का मान सम्मान समझते हैं तो वापस जरूर आएंगे। यदि ऐसा नहीं करते हैं तो खुद के विधानसभा क्षेत्र में विरोध का सामना करना पड़ेगा। खाचरियावास ने उम्मीद जतायी कि बागी विधायक आलाकमान से मिलकर वापस लौटेंगे।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गहलोत खेमे के विधायकों को जैसलमेर ले जाने पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जब पार्टी के सभी विधायक एकजुट हैं तो बाड़ेबंदी क्यो? पूनिया ने ट्वीट किया, ‘सब एक हैं, कोई खतरा नहीं है, लोकतंत्र है, सब ठीक है तो बाड़ाबंदी क्यों? और बिकाऊ कौन है? उनके नाम सार्वजनिक करो; बाड़े में भी अविश्वास! जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान है।’
विधायकों के जैसलमेर स्थानांतरित होने पर सरकारी कामकाज के बारे में गहलोत ने कहा, ‘‘मैं खुद जयपुर रहूंगा, मेरे अधिकांश मंत्री जयपुर रहेंगे, आते-जाते रहेंगे। परंतु प्रशासन में हम लोग कोई समझौता नहीं करेंगे। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर मैं रोज वीडियो कॉन्फ्रेंस कर रहा हूं। रोज आदेश जारी हो रहे हैं, कानून व्यवस्था की स्थिति हमने संभाल रखी है।’’ गहलोत ने कहा, ‘‘लेकिन साथ में सरकार बचाना भी जरूरी है क्योंकि अगर केंद्र सरकार खुद (आपके पीछे पड़ जाए) लग जाए, गृह मंत्रालय लग जाए तो आप सोच सकते हो कि मुकाबला करने के लिए ... आज खुद जनता साथ दे रही है हमारा।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि विधानसभा सत्र की तारीख तय होने से पहले विधायकों की कीमत 10-15 करोड़ रुपए से लेकर 20-25 करोड़ रुपए थी लेकिन तारीख तय होते ही यह भाव आसमान छू गया है और मुंह मांगा पैसा देने की बात सामने आ रही है। गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का इस्तीफा ना होना अचरज की बात है। गहलोत ने आरोप लगाया कि बसपा सुप्रीमो मायावती भी मिली हुई हैं। हमें ईडी और इनकम टैक्स का डर दिखाया जा रहा है।
मीडिया रिपोटर्स की मानें तो केन्द्रीय एजेंसियां काफी दिनों से जयपुर में सक्रिय है। बताया जा रहा है कि राज्य सरकार को होटल फेयरमोंट में बड़ी कार्वाई का अंदेशा है। यही वजह है कि सरकार चाहती है कि विधायकों को ऐसी जगह ठहराया जाएं, जहां लोगों की संख्या कम हो।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया का कहना है कि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक होता है और वह एक तरह से जज की भूमिका में होते हैं लेकिन वैभव गहलोत के साथ जिस तरह की उनकी सियासी चर्चा सामने आयी है, उससे उनकी भूमिका पर सवाल उठना लाजिमी है। यह अनैतिक है और स्पीकर को पद छोड़ देना चाहिए। बता दें कि सीपी जोशी की अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के साथ की एक वीडियो वायरल हुई है, जिसमें वह राजस्थान के मौजूदा सियासी बवाल पर चर्चा कर रहे हैं।
सीएम गहलोत ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘अमित शाह जी का नाम मैं बार-बार इसलिए लेता हूं कि फोरफ्रंट पर वो ही आते हैं, कर्नाटक के लिए भी, MP के लिए भी, गोवा हो, मणिपुर हो, अरुणाचल प्रदेश हो, तो मजबूरी में कहना पड़ता है कि अमित शाह जी आपको क्या हो गया है? आप रात-दिन, जागते-सोते हर वक्त सोचते हो किस तरह मैं गवर्नमेंट को गिराऊं।’
विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट करने से पहले सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर हार्स ट्रेडिंग करने का आरोप लगाया। उन्होंने मीडिया से कहा, ‘विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर जैसे ही राज्यपाल महोदय का आदेश जारी हुआ, उसके बाद से ही हमारे विधायकों, उनके परिवारवालों, उनके मिलने वालों को धमकी और दबाव भरे फोन आने लगे। मानसिक रूप से विधायकों को परेशान कर दिया।’
राजस्थान में सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान अभी 31 अगस्त तक बंद रहेंगे। वहीं योग शालाएं व जिम पांच अगस्त से खुल सकेंगे। सरकार ने एक अगस्त से 31 अगस्त तक की अवधि के लिये लॉकडाउन/अनलॉक—3 के क्रियान्वयन के लिये शुक्रवार को दिशा-निर्देश जारी किये। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह रोहित कुमार सिंह की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य में सभी विद्यालय/महाविद्यालय/शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान 31 अगस्त तक बंद रहेंगे। इस दौरान ऑनलाइन/ डिस्टेस लर्निंग को प्रोत्साहित किया जायेगा।
राजस्थान सरकार ने सरकारी अमले में बड़े फेरबदल के तहत राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के 97 अधिकारियों के तबादले/ पदस्थापन किए हैं। राज्य के कार्मिक विभाग ने बृहस्पतिवार देर रात इस बारे में आदेश जारी किया। इस क्रम में बड़ी संख्या में उपखंड अधिकारियों (एसडीएम) का तबादला किया गया है। राज्य सरकार ने दो आरएएस एलएन बुनकर व लोकेश कुमार को पदस्थापन की प्रतीक्षा एपीओ में रखा है।
राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के विधायक शुक्रवार दोपहर जयपुर से जैसलमेर पहुंचे। गहलोत ने हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि सरकार के कामकाज के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा क्योंकि वह और उनके मंत्री जयपुर में ही रहेंगे। उधर नयी दिल्ली में राजस्थान कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 19 बागी विधायकों की अयोग्यता की प्रक्रिया से विधानसभा अध्यक्ष को रोकने वाले उच्च न्यायालय के 24 जुलाई के आदेश को चुनौती देते हुये शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की। कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडेय और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला भी विधायकों के साथ जैसलमेर पहुंचे। पार्टी ने दावा किया कि कांग्रेस, सहयोगी दलों तथा निर्दलीय विधायकों समेत करीब 100 लोगों ने उड़ान भरी।
राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के विधायक शुक्रवार दोपहर जयपुर से जैसलमेर पहुंचे। वे वहां अगला करीब एक पखवाड़ा बिताने की तैयारी के साथ गये हैं। विधायकों को लेकर जयपुर से रवाना हुए पांच चार्टर्ड विमानों में से एक में मुख्यमंत्री गहलोत भी सवार हुए। हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि वह वापस आएंगे।
पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को कोविड-19 के 2,496 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या 70,188 हो गयी है। इसके अलावा 45 लोगों की मौत होने के साथ राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,581 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बुलेटिन के अनुसार, राज्य में 2,496 नए मामले आने के साथ ही अभी तक कुल 70,188 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राज्य में फिलहाल 20,233 लोगों का उपचार चल रहा है। राज्य में संक्रमण से ठीक होने की दर 68.92 फीसदी है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गहलोत खेमे के विधायक अमित चंदन और जगदीश चंद्र अभी फेयरमोंट होटल में ही हैं। ये दोनों शनिवार सुबह जैसलमेर के लिए रवाना होंगे। प्लेन में जगह नहीं होने के कारण दोनों आज जैसलमेर नहीं जा पाए। सरकारी कामकाज देखने के लिए अशोक गहलोत जैसलमेर से लौटने के बाद जयपुर में ही रहेंगे। उनके साथ 3-4 मंत्री भी जयपुर में रहेंगे। विधानसभा सत्र शुरू होने तक जैसलमेर भेजे गए विधायक वहीं रहेंगे। राज्यपाल कलराज मिश्र ने 14 अगस्त से सत्र की मंजूरी दी है।
बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर भी अशोक गहलोत ने ट्वीट कर केंद्र सरकार, भाजपा और मायावती पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती भाजपा से डरकर और मजबूरी में कांग्रेस विरोधी बयान दे रही हैं। गहलोत ने ट्वीट कर कहा, ‘बहनजी को BJP ने आगे कर रखा है। उन्हीं के इशारे पर वह बयानबाजी कर रही हैं। BJP जिस प्रकार से CBI, ED, IT का दुरुपयोग कर रही है, सबको ही डरा रही है, धमका रही है, राजस्थान में क्या हो रहा है, सबको मालूम है, ऐसा तमाशा कभी देखा नहीं। वे उनसे डर रही हैं और मजबूरी में बयान दे रही हैं।’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘BJP ने TDP के 4 MPs को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया, वो मर्जर तो सही है और राजस्थान में 6 विधायक मर्जर कर गए कांग्रेस में वो मर्जर गलत है, तो फिर BJP का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया, मैं पूछना चाहता हूं? राज्यसभा में मर्जर हो वो सही है और यहां मर्जर हो वो गलत है?’
पिछले कई महीनों से हम कोरोना की जंग को लड़ने में लगे हुए हैं, अच्छे ढंग से लड़ी गई, लोग बहुत खुश हुए कि सरकार जो कर सकती है उससे अधिक कर रही है। सबने मिलकर इस जंग को लड़ने का प्रयास किया, पूरे मुल्क में राजस्थान की तारीफ हुई।
हम सबकी ड्यूटी है, हर नागरिक की ड्यूटी है...ज्यूडिशियरी हो, विधायिका हो, कार्यपालिका हो या मीडिया हो, सबकी ड्यूटी है, पहला काम है कि हम डेमोक्रेसी को बचाएं। हर नागरिक का कर्त्तव्य बनता है डेमोक्रेसी को बचाने के लिए वो आगे आएं, ये मैं अपील करना चाहता हूं।
जैसलमेर में सम रोड स्थित होटल सूर्यगढ़ पुराने किले जैसा दिखता है। इसमें एक ही मुख्य द्वार है। ऐसे में किसी बाहरी व्यक्ति को इसमें आसानी से प्रवेश मिलना संभव नहीं। कहना गलत नहीं होगा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही गहलोत खेमे ने इस होटल को चुना होगा। होटल के मालिक मेघराज सिंह है। कभी सूबे के शराब कारोबार पर उनका एकछत्र राज हुआ करता था। बाद में वे रॉयल्टी ठेके लेने लगे। मेघराज का एक होटल बीकानेर में भी है। जैसलमेर का होटल मेघराज के बेटे मानवेंद्र सिंह संभालते हैं।
अशोक गहलोत ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ‘गोवा में BJP ने कांग्रेस के 15 में से 10 MLAs दो तिहाई के आधार पर ले लिए। TDP के 4 MPs का राज्यसभा के अंदर BJP में मर्जर हो गया। राजस्थान में BSP के 6 के 6 MLAs पूरी पार्टी कांग्रेस के अंदर मर्जर कर गई है। जब BJP का मर्जर सही तो यहां मर्जर गलत कैसे? इसे क्या कहोगे?’
बता दें कि राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार देर शाम विधानसभा सत्र बुलाने की मंजूरी दे दी। उन्होंने राजस्थान विधानसभा के सत्र के दौरान कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक प्रबंध करने के मौखिक निर्देश भी दिए। स्पीकर सीपी जोशी ने 14 अगस्त को सत्र बुलाने की अधिसूचना जारी कर दी है।
आज सुबह एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी ) की टीम मानेसर पहुंची गई है। एसीबी विधायकों से करेगी खरीद-फरोख्त से जुड़े मामले में पायलट समर्थक विधायकों से पूछताछ कर रही है। विधायक खरीद फरोख्त मामले में आरोपी संजय जैन ने कोर्ट में अपना वॉयस सैंपल देने से इनकार कर दिया है। संजय जैन एक कारोबारी है, जिसे कुछ दिन पहले ही हिरासत में लिया गया था।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा "BJP ने TDP के 4 MPs को राज्यसभा के अंदर रातों रात मर्जर करवा दिया, वो मर्जर तो सही है और राजस्थान में 6 विधायक मर्जर कर गए कांग्रेस में वो मर्जर गलत है, तो फिर BJP का चाल-चरित्र-चेहरा कहां गया? राज्यसभा में मर्जर हो वो सही है और यहां मर्जर हो वो गलत है?"
गहलोत गुट के कई विधायक चार्टर्ड विमान में बैठकर जैसलमेर रवाना हुए। विधानसभा सत्र शुरू होने तक ये सभी जैसलमेर में ही रुक सकते हैं। बसपा विधायकों के विलय के मामले में अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधा है। सीएम ने कहा कि अगर बीजेपी करे तो सही, हम करें तो गलत कैसे?
राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिन पायलट पर तीखा हमला बोलते हुए कहा "सचिन पायलट मेरे खिलाफ बयान दिलवा रहे हैं। जब वे निकर में घूमते थे, तब मैं राजस्थान यूनिवर्सिटी का अध्यक्ष था। पायलट को पार्टी ने अध्यक्ष बनाकर भेजा तो उनके साथ मैंने भी काम किया है, लेकिन वे और उनके साथी पार्टी से गद्दारी कर रहे हैं। मैं यहां पैदा हुआ हूं, कभी पार्टी से गद्दारी नहीं करूंगा।"
पहले भी इतिहास में ऐसा संकट सामने आया था। भैरोंसिंह शेखावत और तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत के बीच 29 नवंबर से 4 दिसंबर 1993 तक छह दिन तक विवाद चला था। अभी सरकार और राज्यपाल के बीच 23 जुलाई से 29 जुलाई तक विवाद चला था।
विधायक खरीद फरोख्त मामले में आरोपी संजय जैन ने कोर्ट में अपना वॉयस सैंपल देने से इनकार कर दिया है। संजय जैन एक कारोबारी है, जिसे कुछ दिन पहले ही हिरासत में लिया गया था।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का समर्थन करने वाले राजस्थान कांग्रेस के विधायक फेयरमोंट होटल से एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए। उन्हें अब जैसलमेर शिफ्ट किया जा रहा है।
जयपुर के होटल फेयरमाउंट में मौजूद विधायकों से आज सुबह चेक आउट करने को कहा गया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो विधायकों को जैसलमेर के सूर्यगढ़ ले जाया जा सकता है।