BJP MP Sumedhanand Saraswati: राजस्थान के जयपुर की पुलिस ने स्थानीय अदालत के निर्देश पर सीकर के भारतीय जनता पार्टी सांसद सुमेधानंद सरस्वती और दो अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह मामला जयपुर के आदर्श नगर थाने में आर्य प्रतिनिधि सभा के मंत्री जीववर्धन शास्त्री की ओर से बृहस्पतिवार शाम को दर्ज कराया गया है।

आदर्श नगर थानाधिकारी विष्णु कुमार खत्री ने बताया कि इस संबंध में आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के मंत्री जीववर्धन शास्त्री ने सांसद सुमेधानंद सरस्वती, देवेन्द्र कुमार और रविशंकर गुप्ता के खिलाफ रिपोर्ट दी है। पुलिस के अनुसार, बीजेपी सांसद और दोनों शख्स ने खुद को आर्य प्रतिनिधि सभा के पदाधिकारियों के रूप में पेश किया जबकि वो इस पद पर नहीं थे।

संगठन के फर्जी लेटर पैड बनाए: पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता जीववर्धन शास्त्री ने आरोप लगाया है कि सांसद ने संगठन के फर्जी लेटर पैड बनाए और खुद को अध्यक्ष बताया। आदर्श नगर एसएचओ विष्णु कुमार खत्री ने कहा, “सांसद सुमेधानंद सरस्वती सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। चूंकि वह एक जनप्रतिनिधि हैं इसलिए मामले की जांच क्राइम ब्रांच, सीआईडी ​​को भेज दी गई है।”

विष्णु कुमार खत्री ने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि सांसद सुमेधानंद आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान चुने गए थे, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने व्यस्तता का हवाला देकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उनकी जगह किशनलाल गहलोत को प्रधान नियुक्त किया गया। आरोप है कि सांसद ने प्रधान पद पर न रहते हुए भी फर्जी लेटर पैड छपवाए और मीटिंग बुलाने लगे।

बैंक खाते में जमा राशि को हड़पने के आरोप: इसके साथ ही देवेंद्र कुमार और रवि शंकर गुप्ता पर सभा के बैंक खाते में जमा राशि को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हड़पने के आरोप लगाए गए हैं। विष्णु कुमार खत्री ने बताया कि उन पर संस्था की आईडी को सरेंडर नहीं कर उसका दुरुपयोग करने के आरोप भी लगाए गए हैं। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

सांसद ने आरोपों को निराधार बताया: वहीं, दूसरी ओर सुमेधानंद सरस्वती ने कहा कि ये सभी आरोप निराधार हैं। सांसद ने दावा किया कि वह वर्तमान में भी आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पद पर हैं और उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। सांसद ने कहा कि उनका इस्तीफा सभा की आम सभा की बैठक में स्वीकार नहीं किया गया।