राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधा। संजीवनी क्रेडिट सोसाइटी घोटाले को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) पर निशाना साधते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि गजेंद्र लोगों को पैसा दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं और उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए। मामले का जिक्र करते हुए अशोक गहलोत ने दावा किया कि गजेंद्र सिंह शेखावत और उनका परिवार इससे जुड़ा हुआ है और उन्होंने राज्य में लोगों के पैसे की हेराफेरी की।

अशोक गहलोत ने कहा कि पीड़ितों ने उनसे तीन बार मुलाकात की और अपना दर्द साझा किया। उन्होंने कहा, “वह (गजेंद्र सिंह शेखावत) एक कैबिनेट मंत्री हैं, क्या उन्हें शर्म नहीं है कि वह ढाई लाख लोगों का पैसा दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं? उनके लोग जेल में बैठे हैं। क्या उनके पास नैतिकता नहीं है? पीड़ितों से बात करना कर्तव्य है।”

सीएम अशोक गहलोत ने आगे कहा, “अगर गजेंद्र सिंह शेखावत पीड़ितों से व्यक्तिगत रूप से नहीं मिलना चाहते हैं, तो मैं उन्हें पीड़ितों के वीडियो भेज सकता हूं।” इससे पहले मार्च में केंद्रीय मंत्री शेखावत ने दिल्ली कोर्ट का रुख किया और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था। शेखावत ने दावा किया कि अशोक गहलोत ने उन्हें और उनकी मृत मां को संजीवनी घोटाले में ‘आरोपी’ कहा है।

मानहानि की शिकायत में कहा गया है कि आरोपी द्वारा आम जनता, मतदाताओं और उसके रिश्तेदारों की नज़रों में शिकायतकर्ता की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से उक्त झूठे, अनावश्यक, अपमानजनक और मानहानिकारक बयान दिए गए हैं। शिकायतकर्ता गजेंद्र सिंह शेखावत ने यह भी कहा कि आरोपी निराश है क्योंकि शिकायतकर्ता ने पिछले चुनाव में आरोपी के बेटे को भारी अंतर से हराया था और इस प्रकार शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपी द्वारा दिया गया बयान एक राजनीतिक प्रतिशोध है।

वरिष्ठ अधिवक्ता विकास पाहवा गजेंद्र शेखावत की ओर से पेश हुए जिन्होंने अशोक गहलोत के खिलाफ कथित रूप से मानहानिकारक भाषण देने के लिए मुकदमा चलाने की मांग की थी। वरिष्ठ अधिवक्ता पाहवा ने कहा कि यह राजस्थान के मुख्यमंत्री के खिलाफ केंद्रीय मंत्री द्वारा दायर एक शिकायत है और कहा कि उनकी प्रतिष्ठा को अपूरणीय क्षति हुई है। यह मामला एक ऐसे मामले से जुड़ा है, जिसमें 2019 में एफआईआर दर्ज की गई थी। तीन चार्जशीट दाखिल की जा चुकी हैं।