AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी राजस्थान में मजबूती से चुनाव लड़ेगी। रविवार (31 जुलाई 2022) को जयपुर के टॉक जर्नलिज्म कार्यक्रम में ओवैसी ने कहा कि कोई उन्हें ये कहे कि ओवैसी राजस्थान क्यों आए हैं। उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि राजस्थान किसी के बाप का नहीं है, मेरा भी है।
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी के सामने ही असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “अब जब विधानसभा के चुनाव होंगे तो मैं राजस्थान में पूरी ताकत से लड़ूंगा, मुझ पर आरोप लगाने वाले भाड़ में जाएं, जनता पसंद करेगी तो वोट डालेगी नहीं तो नहीं डालेगी, यह क्या कोई सामंतवाद है कि तुम क्यों आए राजस्थान, आपके बाप का राजस्थान नहीं है, मेरा भी है।”
हमारा काम है चुनाव लड़ना: ओवैसी ने कहा कि हमारी राजनैतिक पार्टी है। हमारा काम है चुनाव लड़ना। लोकतंत्र है, यहां सबको चुनाव लड़ने और वोट डालने का हक है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री रह चुके नेता भी चुनाव हार जाते हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री होते हुए भी उनके बेटे जोधपुर से चुनाव हार गए थे।
बीजेपी की बी-पार्टी होने का आरोप: AIMIM प्रमुख ने कहा कि हम मुसलमान के साथ बड़ी दिक्कत है। हम वोट तो दे सकते हैं तो वोट ले नहीं सकते। उन्होंने कहा कि लोग मुझ पर बीजेपी की बी पार्टी कहते हैं जबकि जहां एआईएमआईएम ने चुनाव नहीं लड़ा, वहां भी तो बीजेपी ने जीत दर्ज की है। इसमें हमारा क्या रोल है। आरोप लगाने वाले लगाते रहें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। ओवैसी ने कहा कि 2014 में बीजेपी को 31 प्रतिशत वोट मिले थे। 2019 के चुनावों में 37 प्रतिशत वोट मिले। अब 6 प्रतिशत की बढोतरी हुई तो इसके लिए मैं कैसे जिम्मेदार हुआ? लोग बिना आधार के ही बीजेपी की बी-पार्टी होने का आरोप लगा देते हैं।
इससे पहले एआईएमआईएम प्रमुख ने रविवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें बताना चाहिए कि देश में धार्मिक कट्टरता कौन फैला रहा है। रविवार को संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा था, “हम तो यह उम्मीद कर रहे थे कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बताते कि वो चंद लोग कौन हैं। उन्हें देश को बताना चाहिए वो लोग कौन हैं। उन्हें स्पष्ट बोलना चाहिए।”