राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के दौरान बनाए गए नए जिलों में से कुछ को खत्म करने की चर्चा जारी है। ऐसा माना जा रहा है कि 7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के बाद भजनलाल सरकार इस मुद्दे पर किसी तरह का फैसला ले सकती है। इस मामले पर सलूंबर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए प्रचार करने पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस बीजेपी सरकार की ईंट से ईंट बजा देगी। डोटासरा कांग्रेस प्रत्याशी रेशमा मीणा के लिए प्रचार करने पहुंचे थे, जिनका मुकाबला बीजेपी की शांता देवी मीणा से है।

क्या बोले डोटासरा?

राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “कांग्रेस ने सलूम्बर को जिला बनाया, लेकिन भाजपा इस जिले को समाप्त करना चाहती है। आप कांग्रेस प्रत्याशी रेशमा मीणा जी को यहां से जिताइये, हम ईंट से ईंट बजा देंगे लेकिन सलूंबर जिला समाप्त नहीं होने देंगे।”

क्या है मुद्दा?

राजस्थान में 13 नवंबर को 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। प्रचार के हंगामे के बीच बार-बार गहलोत सरकार के दौरान बनाए गए नए जिलों में से कुछ को खत्म करने की चर्चा भी जारी है। ऐसे में संभव है कि रिव्यू कमेटी  की रिपोर्ट पर उपचुनाव के बाद फैसला हो सकता है। इस मामले पर फैसला लेने के लिए एक  रिव्यू कमेटी बनाई गई थी।  जानकारी है कि कमेटी ने माना है कि कुछ जिले बिना मापदंड फॉलो किए बनाए गए हैं। जिससे 5-6 छोटे जिले खत्म किए जा सकते हैं। 

राजस्थान के 5-6 छोटे जिले उपचुनाव के बाद किए जा सकते हैं खत्म, जानिए किस-किस इलाके पर है नजर

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व आईएएस ललित के पंवार कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कई मंत्रियों ने यह संकेत दिए हैं कि बड़े जिलों को बरकरार रखा जाएगा। माना जा रहा है कि जो जिले मापदंड को फॉलो कर रहे हैं, उन्हें ही बरकरार रखा जाएगा। ललित पंवार कमेटी ने सभी नए जिलों को दौरा कर रिपोर्ट बनाई है, जिसके आधार पर फैसला होगा।