प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार और भारतीय जनता पार्टी (BJP) को घेरने के लिए कांग्रेस ने एक बैठक बुलाई थी।
हालांकि, विपक्षी पार्टी का यह कदम अपने ही लिए कुछ देर के लिए मुसीबत बन गया। दरअसल, मीटिंग के बीच कुछ ऐसा हुआ, जिसकी वजह से कांग्रेसी नेता आपस में ही भिड़ गए। खूब हो-हल्ला हुआ और धक्का-मुक्की तक हुई। मौके पर नौबत मारपीट तक आ पहुंची थी। यह घटना राजस्थान के राजसमंद की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह बैठक नगर परिषद सभागार में हुई थी। वहां आंदोलन से जुड़ी रणनीति पर बात होनी थी, पर बीच में ही हंगामा खड़ा हो गया।
दरअसल, राजसमंद जिला युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष दिलीप जोशी ने नगर परिषद के मनोनीत पार्षदों में बीजेपी की विचारधारा वाले लोगों के मनोनयन का आरोप लगा दिया था।
बताया गया कि कांग्रेस के कार्यकर्ता बालकृष्ण लोहार ने जोशी की बात का समर्थन कर दिया था। कांग्रेस प्रभारी पुष्पेंद्र भारद्वाज इस पर खफा हो गए। उन्होंने दोनों से फौरन वहां से निकल जाने के लिए कहा। वह बोले- “गेट आउट।”
फिर क्या था, देखते ही देखते वहां का माहौल गर्मा गया। कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता जोशी के साथ धक्का-मुक्की करने लगे और उन्हें वहां से बाहर निकाल दिया। इस बीच, दोनों पक्षों के बीच हाथापाई की नौबत भी आ गई थी।
जोशी के हवाले से रिपोर्ट्स में कहा गया कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को सियासी नियुक्तियों में प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। जो कार्यकर्ता जमीन से जुड़े हैं, वे परेशान हैं। वहीं, पैराशूट नेताओं का ख्याल रखा जा रहा है। हालांकि, भारद्वाज का कहना था कि कुछ लोगों की मानसिकता ही बवाल खड़ा करना होता है। इस तरह के लोगों का जल्द से जल्द इलाज किया जाएगा।