राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विरोध प्रदर्शन करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को बड़ी चेतावनी दी है। तीसरी बार सीएम बनने के बाद गहलोत पहली बार अपने गृहनगर जोधपुर पहुंचे थे, जहां उन्होंने फरवरी के दूसरे हफ्ते में प्रस्तावित भाजपा के जेल भरो आंदोलन को निशाने पर लिया। गहलोत ने यहां अपनी सरकार के अब तक किए गए फैसलों की जानकारी भी दी। वहीं बेरोजगारी भत्ते की राशि बढ़ाने का भी ऐलान किया।
गहलोत बोले- इतनी जल्दी विरोध क्यों?: गहलोत ने सरकार बनने के सिर्फ सवा महीने बाद ही विरोध करने की रणनीति पर सवाल उठाया और वसुंधरा सरकार पर जोधपुर और मारवाड़ की उपेक्षा का आरोप भी लगाया। उन्होंने जोधपुर को स्मार्ट सिटी घोषित नहीं किए जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने मोदी सरकार पर भी पांच हजार करोड़ की फिजूलखर्ची का आरोप लगाया ।
गहलोत की सीधी चेतावनीः मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित जेल भरो आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘सोच समझकर ही सड़कों पर आना, जेल में डाल दिया तो बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा।’ लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी की औपचारिक सियासी एंट्री पर भी गहलोत ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि प्रियंका के आने से राहुल गांधी के हाथ मजबूत हुए हैं।
चुनाव में कांग्रेस बनी थी सबसे बड़ी पार्टीः राजस्थान में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा सीटें मिली थीं। इसके बाद कांग्रेस ने अन्य दलों के विधायकों से सहयोग लेकर सरकार बनाई थी। राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता बदलने का ट्रेंड इस बार भी बरकरार रहा।