Rajasthan CM Ashok Gehlot Upset On Video: राजनेताओं की हर गतिविधियों पर आम लोगों की सीधी नजर होती है। और वे उस पर अपनी प्रतिक्रिया भी देते रहते हैं। हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसलमेर के बाबा रामदेवरा मंदिर में दर्शन के लिए गए थे। इस दौरान मंदिर के पुजारी ने चरणामृत दिया। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने बिना अपना मास्क हटाए ही चरणामृत को पी लिया। इसका वीडियो वायरल हुआ और सोशल मीडिया में खबरें आईं तो विपक्षी नेता समेत तमाम लोग कमेंट करने लगे।

इस बारे में खुद अशोक गहलोत ने कहा इस तरह की बातें वे लोग उड़ाते हैं, जिनके पास कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा, “पता नहीं कहां-कहां से वीडियो लेकर आ जाते हैं, ये लोग। जो काम नहीं करता वो षड्यंत्र करता है। मुझे नहीं पता कि वो वीडियो कहां का है। मुझे ध्यान नहीं है। कोई मास्क लगाकर पानी पी सकता है क्या?” चरणामृत पीने के वीडियो वायरल होने और ट्रोल होने पर अशोक गहलोत ने कहा कि उन्हे ध्यान नहीं है कि इस तरह का कोई वाक्या हुआ है।

दूसरे वीडियो में सीएम मास्क उतारते दिख रहे हैं

हालांकि सोशल मीडिया पर शेयर वीडियो के साथ दूसरा वीडियो भी शेयर हो रहा है। उसमें मुख्यमंत्री बगल में अपना मास्क नीचे करके जल पीते हुए दिख रहे हैं। राजस्थान में कुछ महीनों बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। विपक्ष लगातार सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साध रहा है।

इस बीच चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी में अगले महीने होने वाले संगठन के चुनाव में अशोक गहलोत अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार हैं। अगर वे अध्यक्ष बनते हैं तो उन पर कांग्रेस पार्टी को जमीन से उठाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।

राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के अंदर भी काफी खींचतान है। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच लंबे समय से टकराव चल रहा है। सचिन पायलट खुद भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। ऐसे में दोनों नेताओं के समर्थकों में टकराव लगातार जारी है।

पिछले दिनों राजस्थान के कई शहरों में हुई हिंसा की घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पार्टी की सत्ता को बचाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी है। अगर वे इसमें सफल हो जाते हैं तो यह कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी संजीवनी होगी।