राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुजुर्ग माता पिता की सेवा न करने वाली संतानों के लिए सजा का प्रावधान किए जाने संबंधी बिहार सरकार के कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि सभी राज्यों में ऐसे प्रावधान होने चाहिए।गहलोत ने इस बारे में ट्विटर पर लिखा है, ‘‘संतानों द्वारा वृद्ध माता-पिता की सेवा न करने संबंधी मामलों पर बिहार सरकार का कदम स्वागत योग्य है। माता-पिता के सम्मान को बनाए रखने के लिए और संतान का उनके प्रति दायित्व सुनिश्चित करने के लिए ऐसे कदम उठाना अतिआवश्यक है।’
बुजुर्गों का सम्मान बनाए रखने के लिए ऐसे प्रावधान जरूरीः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुताबिक, ‘राजस्थान में तो वर्ष 2010 में ही हमारी सरकार ने माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण नियम के तहत माता-पिता की अनदेखी करने वालों या उन्हें अपनाने से इनकार करने वाली संतानों के खिलाफ सजा और जुर्माने का प्रावधान कर दिया था। ‘ गहलोत ने कहा है कि बुजुर्गों का सम्मान बनाए रखने और उनके भरण-पोषण को सुनिश्चित करने के लिए सभी राज्यों में ऐसे प्रावधान होने चाहिए। उल्लेखनीय है कि बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल ने बुधवार ( 12 जून) को एक प्रस्ताव को मंजूरी दी जिसके तहत अपने माता पिता की सेवा नहीं करने वाली संतानों को जेल की हवा खानी पड़ सकती है।
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उद्योग मित्र पोर्टल किया लांचः मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार (12 जून) को राज उद्योग मित्र पोर्टल को लांच किया। बता दें इस पोर्टल की लॉन्चिंग के साथ ही अब राजस्थान में नए उद्योग लगाना काफी आसान हो जाएगा। वहीं उद्योग लगाने के लिए आवेदन करते ही तुरंत एकनॉलिजमेंट सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा। लॉचिंग कार्यक्रम के बाद गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी सरकार नई उद्योग पॉलिसी लाने पर विचार कर रही है।
