राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में गिरफ्तार हुए संजय जैन ने 4 साल पहले पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अशोक परनामी के बेटे उदय परनामी के साथ मिलकर एक बिजनेस कंपनी शुरू की थी। कंपनी का नाम कुबेर प्राइम इंफ्रास्ट्रक्चर है और इस कंपनी को दोनों पार्टनर ने लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप के आधार पर शुरू किया था। द इंडियन एक्सप्रेस ने मिनिस्टरी ऑफ कॉरपोरेट अफेयर्स से कंपनी के दस्तावेज हासिल किए हैं।
इन दस्तावेजों के अनुसार, कुबेर प्राइम इंफ्रास्ट्रक्चर को 2 जून 2016 में शुरू किया गया था। कंपनी के पहले सब्सक्राइबर्स की लिस्ट में संजय बारदिया उर्फ जैन और उदय परनामी के नाम बतौर पार्टनर दर्ज हैं। कंपनी में दोनों ने 50-50 हजार रुपए की पूंजी का निवेश किया था। दस्तावेजों में उदय परनामी के घर का जो पता दिया गया है,वो ही पता अशोक परनामी ने 2018 विधानसभा चुनाव के लिए दाखिल किए गए नामांकन में अपने हलफनामे में दर्ज किया था।
उदय परनामी हालांकि अब कुबेर प्राइम इंफ्रास्ट्रक्चर में पार्टनर नहीं हैं। उन्होंने जनवरी 2017 में फर्म से इस्तीफा दे दिया था। दस्तावेजों के अनुसार, इस्तीफा देने से एक दिन पहले उदय परनामी ने संजय जैन की पत्नी विनीता बारदिया को उनकी जगह फर्म में पार्टनर नियुक्त कर दिया था।
जब इस बारे में उदय परनामी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि “वह किसी परिचित के द्वारा संजय से मिले थे और हम कोल सेक्टर में कोई प्रोजेक्ट करना चाहते थे। इसके लिए हमने एक कंपनी बनायी लेकिन बाद में मुझे ये सही नहीं लगा और मैंने अपना इस्तीफा दे दिया। इस दौरान कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुई। मैं अब संजय के संपर्क में नहीं हूं।”
उदय का कहना है कि वह एक व्यापारी हैं और भाजपा के सदस्य नहीं हैं। बता दें कि कुबेर प्राइम इंफ्रास्ट्रक्चर में अभी भी संजय जैन और उसकी पत्नी पार्टनर हैं। संजय जैन को राजस्थान एसओजी ने गहलोत सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। जैन राजस्थान के सियासी गलियारों में एक मध्यस्थ के तौर पर पहचाना जाता है। अब भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर संजय जैन की करीबी होने का आरोप लगा रही हैं। कांग्रेस ने जैन की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के साथ वाली उसकी एक तस्वीर भी जारी कर उसे भाजपा का आदमी बताया है।