गोतस्करी के आरोप में भीड़ द्वारा हिंसा करने के कई मामले सामने आए हैं। इस दौरान कई लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या भी कर दी है। राजस्थान के अलवर में हुए पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले की चर्चा तो मीडिया में काफी हुई थी। अब एक बार फिर एक युवक अलवर में गुस्साई भीड़ का शिकार बनने से बाल-बाल बच गया। दरअसल सगीर खान नाम का यह युवक अपने दोस्त मुश्ताक के साथ एक वाहन में कुछ गायों को लेकर जयपुर-अलवर हाइवे से जा रहा था। इस दौरान कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी में गायों को देखकर भीड़ को इकट्ठा कर लिया। जिसके बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने सगीर खान को पीट दिया और उसके वाहन में तोड़-फोड़ कर दी। फिलहाल सगीर जयपुर के एक अस्पताल में भर्ती है, जहां उसे भीड़ के हमले के बाद घायल अवस्था में भर्ती कराया गया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, सगीर ने बताया कि वह एक लॉरी ड्राइवर है, मुश्ताक ने उसे गायों को जयपुर ले जाने के लिए कहा था। रविवार को सुबह 3.30 बजे हम अलवर के बघेरी खुर्द गांव की सीमा में थे। तभी मुश्ताक की कार सवार तीन युवकों के साथ बहस हो गई। इसी दौरान एक युवक ने उनकी गाड़ी में गाय देख ली और शोर मचाकर लोगों की भीड़ को मौके पर इकट्ठा कर लिया। एक अन्य युवक गांव से लोगों को बुला लाया। सगीर ने बताया कि पिकअप में गाय देखते ही लोगों की भीड़ पागल हो गई। लोगों का गुस्सा देख मुश्ताक मौके से फरार हो गया। सगीर ने बताया कि गुस्साई भीड़ ने उसके वाहन में तोड़-फोड़ कर दी और उसे बांधकर तब तक पीटा, जब तक वह बेहोश नहीं हो गया।
अलवर के मिर्जापुर गांव के निवासी सगीर खान के 11 भाई-बहन हैं और उसने बताया कि उनमें से कोई भी किसी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं रहे हैं। सगीर ने बताया कि वह अपने पिकअप में सब्जियां ट्रांसपोर्ट करने का काम करता है। हालांकि सगीर के दावे के उल्ट पुलिस का कहना है कि सगीर इससे पहले भी दो बार राजस्थान बोवाइन एनीमल एक्ट के तहत आरोपी बनाया जा चुका है। वह हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आया है। पुलिस का कहना है कि उसने पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह गायों को हरियाणा गोहत्या के लिए लेकर जा रहा था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।