कांग्रेस पार्टी की कमान राहुल गांधी के हाथ में आने के बाद उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है। लोग उन्हें अपने-अपने तरीके से बधाई दे रहे हैं। राहुल के संसदीय क्षेत्र अमेठी के लोगों ने भी उन्हें अलग अंदाज में शुभकामनाएं दी हैं। वहां लगाए गए पोस्टरों में उन्हें जनेऊधारी पंडित और भगवान परशुराम का वंशज बताया गया है। शनिवार को उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने का प्रमाणपत्र दिया गया।

गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी कई मंदिरों में गए थे। सोमनाथ मंदिर में उनका नाम गैर-हिंदू रजिस्टर में दर्ज होने की बात सामने आई थी। इसके बाद उनके हिंदू होने को लेकर विवाद शुरू हो गया था। उस वक्त कांग्रेस पार्टी ने इसका बचाव करते हुए राहुल को जनेऊधारी पंडित बताया था। अब उनके संसदीय क्षेत्र के लोगों ने कुछ उसी अंदाज में कांग्रेस की कमान अपने हाथों में लेने पर उन्हें बधाई दी है। अमेठी में लगे पोस्टरों में उनके समर्थकों ने उन्हें भगवान परशुराम का वंशज और भगवान शिव का भक्त बताया है। परशुराम भगवान विष्णु के छठवें अवतार थे। गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा की ओर से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमान संभाली थी। उन्होंने भी कई मंदिरों में जाकर दर्शन किए थे। ऐसे में हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण की आशंका को देखते हुए राहुल की छवि भी बदलने की कोशिश की गई थी। इसके तहत उन्होंने गुजरात के कई मंदिरों का दौरा किया था। मालूम हो कि हाल में ही संपन्न निकाय चुनावों में कांग्रेस को अमेठी में भी हार का सामना करना पड़ा था।

कांग्रेस में अब राहुल युग की शुरुआत हो चुकी है। सोनिया गांधी दो दशक तक पार्टी की अध्यक्ष रही थीं। अब पार्टी का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी राहुल को दी गई है। ऐसे में उन्होंने भाजपा को चुनौती देने और हिंदुत्व के एजेंडे में सेंध लगाने का प्रयास भी शुरू कर दिया है। इसी का नतीजा है कि गुजरात चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मंदिरों का दौरा इसी रणनीति का हिस्सा था। भाजपा नेताओं ने इसको लेकर भी उन्हें निशाना बनाया था। इसके बाद जनेऊ प्रकरण भी शुरू हो गया था।