दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता के खिलाफ सदन की अवमानना का मामला विधानसभा की कमेटी को सौंप दिया गया। गुप्ता पर सीएजी की आॅडिट रिपोर्ट सदन में आने से पहले ही उसे मीडिया को जारी करने का आरोप है। उधर, सदन के बाहर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) उनके खिलाफ साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि वे लगातार आप के भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे हैं, जिससे परेशान होकर वह उनके खिलाफ लगातार साजिशें रच रही है। गुप्ता का कहना है कि उन्होंने कोई भी रिपोर्ट लीक नहीं की है। विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को पहली बार सदन में आए।
विधानसभा में दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर घोटाले को लेकर भी सरकार और विपक्ष के बीच काफी देर तक नोक-झोंक होती रही। दिल्ली सरकार के जल मंत्री कपिल मिश्रा ने भाजपा पर शीला दीक्षित को इस मामले से बचाने का आरोप लगाया। आप के विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने सीएजी की रिपोर्ट लीक होने को लेकर सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि मीडिया रिपोर्टों में यह आरोप है कि सीएजी के विशेष लेखा प्रतिवेदन में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार की ओर से जारी विज्ञापनों में दोष पाया गया है। गौतम ने कहा कि ये रिपोर्ट सदन में आने से पहले जिस तरह से लीक हुई, वह सदन की अवमानना है। इस पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया खड़े हुए और उन्होंने कहा कि सीएजी के 23 साल के इतिहास में पहली बार किसी राज्य के एक विभाग का अलग से आॅडिट किया गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल ये आंशिक रिपोर्ट है।
उन्हें यह रिपोर्ट 24 अगस्त की शाम साढेÞ पांच बजे एक सीलबंद लिफाफे में मिली। उन्होंने कहा कि वे इस रिपोर्ट को सदन में रखेंगे और अगर विधानसभा अध्यक्ष अनुमति देंगे, तो उस पर चर्चा भी करवाएंगे। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि दिल्ली सरकार के सूचना व प्रसार विभाग ने सरकारी विज्ञापनों को लेकर कोई घोटाला नहीं किया है। भाजपा कहती रहती है कि हमने 526 करोड़ रुपए विज्ञापनों पर खर्च किए हैं, जबकि हमने विज्ञापनों पर सिर्फ 101 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें 15 फीसद का कमीशन एजंटों को जाता है और 6 करोड़ रुपए बचाए भी गए हैं। सिसोदिया ने कहा कि उनकी सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि वह अन्य राज्यों को भी विज्ञापन दे रही है, लेकिन इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने सदन में समाचार पत्रों की प्रतियां रखीं, जिसमें उन्होंने बताया कि देश के अन्य राज्य दिल्ली के समाचार पत्रों में विज्ञापन दे रहे हैं।
सिसोदिया ने कहा कि वे सीएजी के वरिष्ठ अधिकारियों से मिले और उनसे निवेदन किया कि दिल्ली सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष कार्य कर रही है, बेहतर हो कि सीएजी उसका भी आॅडिट करवा ले। उन्होंने कहा कि आॅडिट करने वालों ने क ई बेतुके सवाल पूछे, जैसे अंग्रेजी के समाचार पत्रों में हिंदी के विज्ञापन क्यों दिए गए। उन्होंने कहा कि बहरहाल सीएजी की रिपोर्ट से यह साबित हो गया है कि दिल्ली सरकार में विज्ञापनों को लेकर कोई घोटाला नहीं हुआ है।
सिसोदिया ने कहा कि सीएजी की रिपोर्ट फिलहाल सदन में नहीं आई है और उससे पहले ही विजेंद्र गुप्ता ने उसे मीडिया के जरिए लीक किया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से सदन की अवमानना है। सिसोदिया ने मीडिया को विपक्ष के नेता की ओर से भेजी गई प्रेस विज्ञप्ति भी दिखाई, जिसमें उस रिपोर्ट के अंश हैं। उन्होंने कहा कि सदन को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। सिसोदिया के इतना कहते ही सदन में हंगामा शुरू हो गया।
विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने कहा कि यह मामला गंभीर है। उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष ने जो कार्य किया है, उससे वे भी आहत हुए हैं। उन्होंने विजेंद्र गुप्ता से सवाल किया कि उन्होंने सीएजी की रिपोर्ट मीडिया को जारी की या नहीं। इस पर गुप्ता जवाब देने के बजाए सदन से वाक आउट करके चले गए। उनके जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले को विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया।

