पंजाब में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बेबाक बोला या कहें कि विरोधी तेवर बरकरार हैं। कांग्रेस, सिद्धू के बयानों से असहज तो दिख रही है, लेकिन कार्रवाई नहीं कर रही है। सिद्धू ने एक बार फिर से दावा किया है कि राज्य में पार्टी पांच साल के माफिया राज की वजह से हारी है। जिसमें सीएम समेत कुछ लोगों का धंधा पूरे सूबे को दीमक की तरह खाता रहा।

पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चरणजीत सिंह चन्नी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के लिए ‘माफिया राज’ जिम्मेदार था। अवैध बालू खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पूछताछ के बाद पंजाब के पूर्व सीएम चन्नी, सिद्धू और सुनील जाखड़ जैसे नेताओं के निशाने पर आ गए हैं।

शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए सिद्धू ने कहा कि उनकी लड़ाई भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ थी। उन्होंने कहा- “कांग्रेस को नवीनीकरण करना होगा। डंके की चोट पर कहूंगा कि कांग्रेस 5 साल के माफिया राज की वजह से हारी। मैं इस माफिया राज के खिलाफ लड़ता रहा। यह लड़ाई सिस्टम के खिलाफ थी। कुछ लोगों का धंधा था, जो राज्य को दीमक की तरह खा रहा था। इसमें CM भी शामिल थे।”

सिद्धू शुक्रवार को नए कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग से मिले, लेकिन कार्यभार समारोह से 10 मिनट पहले ही सिद्धू पार्टी मुख्यालय से चले गए। दोनों नेताओं के बीच तालमेल की कमी गुरुवार को तब सामने आई जब सिद्धू ने अमरिंदर को लूप में रखे बिना राज्यपाल से मुलाकात की।

बता दें कि अमरिंदर सिंह से पहले नवजोत सिंह सिद्धू ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे। लेकिन राज्य में शर्मनाक हार के बाद सोनिया गांधी ने इस्तीफा मांग लिया था। जिसके बाद सिद्धू ने इस्तीफा तो दे दिया, लेकिन राजनीति उसी तरह से कर रहे हैं जैसे कांग्रेस के कप्तान वही हैं। हालांकि सिद्धू के इन रवैयों से कांग्रेस आलाकमान जाहिर है खुश तो नहीं होगा, लेकिन अभी तक सिद्धू के खिलाफ कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है।