आप के हाथों पंजाब गंवाने वाली कांग्रेस को भगवंत मान का सीएम बनना रास नहीं आ रहा है। नए सीएम की शपथ के लिए खटखड़कलां में समारोह होने जा रहा है। इसके लिए वहां मैदान को समतल करने का काम चल रहा है। कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने एक वीडियो पोस्ट करके तंज कसा कि वाह रे आम आदमी। भगवंत मान के लिए 40 एकड़ की फसल नष्ट कर दी। खेत में लहलहाते गेहूं को फसलों को काट दिया गया।
ध्यान रहे कि भगवंत मान 16 मार्च को शपथ लेने जा रहे हैं। इस लम्हे को खास बनाने के लिए उन्होंने शहीद क्रांतिकारी भगत सिंह के गांव में शपथ लेने का प्रोग्राम बनाया है। समारोह में किसी भी वीवीआईपी को आमंत्रित नहीं किया गया है। अनुमान है कि मान को शपथ लेते करीब 4 लाख लोग देखेंगे।
सूत्रों का कहना है कि भगवंत मान के कहने पर ही केजरीवाल ने उन्हें भगत सिंह के गांव में शपथ लेने की अनुमति दी उनका मानना है कि इससे लोगों का जुड़ाव आप से होगा। आप खुद को लोगों से जुड़ा होने के साथ ईमानदार दिखाने की कोशिश में है। नेतृत्व का मानना है कि इससे ही वो जीते।
सोशल मीडिया पर फसल नष्ट करने को लेकर लोगों ने आप को नसीहत दी तो कांग्रेस को पंजाब भूलने का मशविरा भी दे डाला। डॉ. भागीरथी त्रिपाठी ने लिखा कि ये घोर विनाश है। सत्ता में आने से सब एक जैसे हो जाते हैं। मुदस्सिर आलम ने कहा कि आप लोग ट्वीटर-ट्वीटर खेलते रहो। राहुल जी तक को लिख चुका हूं कि जमीनी कार्यकर्ताओं से मिलिए। लेकिन कुछ फर्क नहीं पड़ता। कब तक चापलूस सलाहकारो के भरोसे हारते रहोगे।
वाह रे आम आदमी !! https://t.co/Z9HKBSoyXa
— Srinivas BV (@srinivasiyc) March 14, 2022
आप लोग ट्वीटर ट्वीटर खेलते रहो।राहुल जी तक को लिख चुका हूं जमीनी कार्यकर्ताओं से मिलिए परंतु कुछ फर्क नहीं पड़ता कब तक चापलूस सलाहकारो के भरोसे हारते रहोगे।
— Adv Mudassir Alam (@AdvMudassirAla1) March 14, 2022
ओम प्रकाश तिवारी ने कहा कि यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है। सरकार इसका मुआवजा देती हैं। अब उनकी सरकार बन गई है तो इतना तो खर्च करेगें ही। एक यूजर ने लिखा कि पंजाब में तो आप की सरकार बन गई। कांग्रेस को 2024 की तैयारी करनी चाहिए। यहां देखने का कोई फायदा नहीं होने वाला।
तसलीम खान ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए लिखा कि आप अब कुछ दिन फटको मत पंजाब में। जब था तुम्हारे पास तब संभला नहीं। अब बकवास कर रहे हो। ये पहला सूबा नहीं जहां कांग्रेस साफ होगई। कर्नाटक, मध्यप्रदेश ,पंजाब और अगला नंबर राजस्थान का है। अगर कुछ कहने से डर लगता तो ये सीडब्ल्यूसी क्यों करते हो? जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।