विश्व विख्यात रॉक गार्डन के जनक नेकचंद सैनी का शनिवार शाम को सेक्टर-25 के श्मशान गृह में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें गार्ड आफ आनर और 21 बंदूकों की सलामी दी गई। मुखाग्निी उनके पुत्र अनुज सैनी ने दी। नेकचंद अमर रहे जैसे उद्घोष बार-बार लगते रहे। चंडीगढ़ की पहचान के पर्याय पद्मश्री नेकचंद के अंतिम संस्कार के मौके पर हजारों लोग जमा हुए। पुलिस, प्रशासन, राजनीति, कारोबारी, स्वयंसेवी संगठनों के अलावा लगभग हर क्षेत्र के लोग उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे थे।
शवयात्रा शनिवार शाम चार बजे रॉक गार्डन से शुरू हुई और शहर के विभिन्न क्षेत्रों से गुजरती हुए सेक्टर-25 के श्मशान घाट पहुंची। रास्ते में लोग नम आंखों से हाथ जोड़े खड़े रहे। रॉक गार्डन से चली शवयात्रा सेक्टर 8, 9, 17, 18, 21, 22, 23, लाइट प्वाइंट और यात्री निवास होते हुए सेक्टर-25 पहुंची। शव वाहन के पीछे नेकचंद की कलाकृति को दर्शाती झांकी थी जिसमें उनके परिवार के सदस्य और रिश्तेदार आदि थे। इसके पीछे करीबी लोगों के वाहन, मीडिया और पुलिस नियंत्रण कक्ष की गाड़ियां थीं। लोगों की सुविधा के लिए यातायात पुलिस ने बेहतर प्रबंध किए जिसकी वजह से कहीं भी जाम जैसी स्थिति नहीं आई।
यात्रा के दौरान जगह-जगह सैकड़ों लोगों का हुजूम श्रद्धासुमन अपर्ति करने के लिए उमड़ा। सेक्टर 21-22 विभाजित मार्ग पर लोगों ने रॉक गार्डन निर्माता को श्रद्धांजिल दी और नेकचंद अमर रहे का उद्घोष किया। कुछ भावुक लोगों की आंखें नम भी दिखीं। शास्त्री मार्केट और ज्वेलरी मार्केट के लोगों ने फूलमालाएं चढ़ाकर उन्हें सम्मान दिया। सेक्टर-23 के लोगों ने भी नम आंखों से उन्हें याद किया। यहां भी नेकचंद अमर रहे जैसे उद्घोष लगे। दुकानदार रविंदर कपूर ने बताया, नेकचंद को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। वह चंडीगढ़ की पहचान बन चुके थे। उनकी आत्मा को शांति मिले मेरी तरह हर व्यक्ति की यही इच्छा है।
शवयात्रा के सेक्टर-25 के श्मशान घाट पहुंचने से पहले वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। बाहर से अंदर जाने तक चंडीगढ़ पुलिस बैंड शव वाहन के आगे रहा। बाद में उन्हें पद्मश्री नेकचंद को गार्ड आनर दिया गया।
इस मौके पर प्रमुख लोगों में मेयर पूनम शर्मा, उपमेयर गुरबख्श रावत, पार्षद सुभाष चावला, देवेश मोद्गिल, पूर्व मंत्री मास्टर मोहनलाल, राजनीतिक विनीत जोशी, थिएटर कलाकार कमल तिवारी, रानी बलबीर कौर, नीलम मानसिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसएस गिल, अतिरिक्त उपायुक्त डीपीएस फूलका प्रमुख थे।
अंतिम संस्कार से पहले शनिवार सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक नेकचंद का शव विशेष ताबूत में रॉक गार्डन में लोगों के अंतिम दर्शनार्थ रखा गया था। इस दौरान हजारों लोगों ने उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।