हाल ही में पंजाब में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए और राज्य में एक नई सरकार बनी है। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने भारी बहुमत के साथ सरकार बनाई है। आम आदमी पार्टी के कई साधारण नेताओं ने पंजाब में कांग्रेस, अकाली दल और अन्य दलों के बड़े चेहरों को मात दी है। ऐसे ही आम आदमी पार्टी के विधायक हैं लाभ सिंह जिन्होंने भदौर विधानसभा सीट से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराया है।
लाभ सिंह की मां बलदेव कौर एक स्कूल में स्वीपर का काम करती हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक विधायक बनने के बाद लाभ सिंह पहली बार उसी स्कूल में रिबन-कटिंग गेस्ट के रूप में पहुंचे थें। हालांकि उनकी मां समारोह का हिस्सा नहीं थीं लेकिन कार्यक्रम खत्म होने के बाद लाभ सिंह अपनी मां के पास पहुंचे और साथ में फोटो खिंचवाई।
लाभ सिंह ने अपनी मां के बारे बात करते हुए कहा कि, ” क्या हुआ मैं अगर विधायक बन गया, जब मैं युवा था तो मेरी मां की कमाई परिवार के आय के श्रोत का एक बड़ा हिस्सा थी। उनकी कमाई घर के खर्चों को चलाने में खत्म हो जाती थी। लेकिन अब मेरी मां पर वैसी आर्थिक जिम्मेदारी नहीं है। मुझे अब विधायक के रूप में सैलरी मिलेगी जबकि मेरी पत्नी भी कपड़े सिलाई करके पैसे कमाती है। लेकिन वो अपना काम जारी रखना चाहती है और मेरी एमएलए वाली छवि उसके काम के रास्ते में नहीं आएगी।
लाभ सिंह नहीं चाहते की उनके एमएलए बनने के बाद उनकी मां अपना काम छोड़ दे। उनकी मां ने कहा कि, वो (लाभ सिंह) अपना काम करेंगे और मैं अपना काम करुँगी। लेकिन रोजगार की शिकायतों पर सरकार को ध्यान देना चाहिए क्योंकि हर मां का बेटा विधायक नहीं बन सकता। अगर हो सके और नियम इजाजत दे तो सरकार को सभी संविदा कर्मियों को सरकारी कर देना चाहिए।
बता दें कि लाभ सिंह एक मोबाइल शॉप के मालिक थे और 2022 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने उन्हें टिकट दिया और वो जीतकर विधानसभा पहुंचे। लाभ सिंह ने भदौर से पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को 37,557 मतों से हराया है।