पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को भदौड़ से हराने वाले लाभ सिंह उगोके भले ही विधायक बन गए हों, लेकिन उनकी मां बलदेव कौर आज भी स्कूल में स्वीपर की नौकरी कर रही हैं। उनकी मां का कहना है कि बेटा भले विधायक हो गया हो, लेकिन ये मेरी ड्यूटी है, जो मैं वर्षों से करती आ रही हूं। उन्होंने कहा कि ड्यूटी जरूरी है और वो इसे नहीं छोड़ सकती हैं।
कौर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा- “झाड़ू मेरे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मैं स्कूल में अपनी ड्यूटी करना जारी रखूंगी। हमने पैसा कमाने के लिए हमेशा कड़ी मेहनत की है। मेरे बेटे की स्थिति चाहे जो भी हो, मैं स्कूल में अपना कर्तव्य निभाना जारी रखूंगी। भले ही उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन हमें हमेशा विश्वास था कि मेरा बेटा जीतेगा”।
लाभ सिंह के पिता दर्शन सिंह मजदूरी करते हैं। बेटे की जीत के बाद उनके पिता ने कहा कि परिवार पहले की तरह ही रहेगा। उन्होंने कहा कि उनका बेटा परिवार के बजाय लोगों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करे। दर्शन सिंह ने कहा- “गांव के लोगों ने उन्हें चुना है। हम चाहते हैं कि वह लोगों के कल्याण के लिए काम करें। हम वैसे ही रहेंगे जैसे पहले हुआ करते थे।”
लाभ सिंह ने चरणजीत सिंह चन्नी को 37,558 मतों के अंतर से हराया है। यह इस चुनाव के बड़े उलट-फेरों में से एक था। आप नेता एक मोबाइल शॉप के मालिक हैं, जिनका राजनीति में अनुभव अभी काफी कम है। उगोके 2013 में आप में शामिल हुए थे और पार्टी में तेजी से ऊपर गए। उन्होंने 2017 में भी भदौर सीट से आप का टिकट मांगा था, लेकिन तब उन्हें निराशा हाथ लगी थी।
बता दें कि आप ने पंजाब विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल की है। पार्टी ने 92 विधानसभा सीटें जीतकर अपने अधिकांश प्रतिद्वंद्वियों को हाशिये पर धकेल दिया है। राज्य के 117 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 18 सीटों पर जीत हासिल की है। आप की इस लहर में बादल परिवार, सिद्धू, कैप्टन सब हार गए। वो भी सभी अपने-अपने गढ़ में।