पंजाब में कांग्रेस की अंदरूनी तनातनी के बीच नवजोत सिंह सिद्धू का मंत्रालय बदल दिया गया है। दरअसल गुरुवार (6 जून) को सिद्धू ने पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की बैठक से किनारा किया था, फिर कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराए जाने को लेकर उन्होंने कैप्टन को निशाने पर लिया था। इसके चंद मिनट बाद ही कैप्टन ने पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने सिद्धू समेत कुछ मंत्रियों को विभागों में बदलाव की मंजूरी मांगी थी। अब खबर आई है कि सिद्धू से शहरी विकास मंत्रालय का प्रभार लेकर उन्हें बिजली विभाग सौंपा गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन मंत्रियों के विभाग बदले गए हैं उनमें शिक्षा, ऊर्जा, शहरी विकास, पशुपालन और स्वास्थ्य विभाग शामिल हैं। न तो किसी को मंत्री बनाया गया है और न ही किसी से विभाग छीना गया है।

National Hindi News, 06 June 2019 LIVE Updates: दिन भर की खबरें जानने के लिए यहां क्लिक करें

उल्लेखनीय है कि इससे पहले सिद्धू ने लोकसभा चुनाव के बाद हुई पहली कैबिनेट बैठक से किनारा कर लिया था। सिद्धू ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘अगर मुझ पर उनके भरोसे में कमी है तो मुझे मीटिंग क्यों अटैंड करनी चाहिए? कैबिनेट में मेरी कुर्सी मुख्यमंत्री से तीन इंच दूर है। अगर उन्होंने मुझ पर भरोसा कम होने की बात सार्वजनिक तौर पर कही है तो उनके साथ बैठने का क्या मतलब है?’ सिद्धू ने अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि सिद्धू ने अपने बयान में ग्रामीण विकास मंत्रालय देख रहे तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा का नाम नहीं लिया था।