Bhagwant Mann Amit Shah News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार (2 मार्च) को दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह बातचीत करीब 40 मिनट तक चली। इस मुलाकात में राज्य के हालात और पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन और ड्रग तस्करी सहित कई मुद्दों पर मंथन किया गया था। साथ ही सीमा पर सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय पर भी बात हुई, जिसके बाद केंद्र ने राज्य में सुरक्षा बल तैनात करने का फैसला लिया है।

केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच समन्वय पर चर्चा

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थकों के पुलिस से भिड़ने और अमृतसर के अजनाला में एक पुलिस परिसर पर धावा बोलने के कुछ दिनों बाद, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। दोनों मंत्रियों ने राज्य में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा की और आग्रह किया कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियों को साथ में काम करना चाहिए।

अर्धसैनिक बलों की 50 टुकड़ियां पहुंचेंगी पंजाब

पंजाब के अमृतसर में 15 से 17 मार्च को G-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। उससे पहले पंजाब में कानून-व्यवस्था से जुड़ी घटनाओं के कारण भगवंत मान सरकार के अनुरोध पर केंद्र अर्धसैनिक बलों की 50 टुकड़ियां पंजाब भेज रही हैं। जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ की 10, आरपीएफ की 8, बीएसएफ की 12, आईटीबीपी की 10 और एसएसबी की 10 टुकड़ियां पंजाब भेजी जा रही हैं। ये टुकड़ियां 6 मार्च को पंजाब पहुंच जाएंगी और G-20 समिट के कार्यक्रमों के बाद ही वापस लौटेंगी।

पाकिस्तान से हो रही ड्रग्स और हथियारों की तस्करी पर रोक के लिए फंड की मांग

अमित शाह से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री मान ने उन्हें पाकिस्तान से ड्रग्स और हथियारों की आपूर्ति के लिए ड्रोन के इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी। सीएम ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से इसे सख्ती से रोकने की जरूरत है। उन्होंने इस चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए गृहमंत्री के हस्तक्षेप की मांग की। भगवंत मान ने अमित शाह से आग्रह किया कि नई चुनौतियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए राज्य पुलिस बल का आधुनिकीकरण करने के लिए फंड मुहैया कराया जाए। उन्होंने कहा कि सीमा पार से घुसपैठ और ड्रोन हमले को रोकने के लिए अत्याधुनिक गैजेट और हथियार समय की मांग है।

सूत्रों ने कहा कि पंजाब की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए गृह मंत्रालय में इस सप्ताह की शुरुआत में एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक, “बैठक में उन्होंने पंजाब में मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति के बारे में और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह संधू के बारे में भी चर्चा की। अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ अजनाला पुलिस स्टेशन पर धावा बोलकर एक गिरफ्तार सहयोगी की रिहाई करवाई थी।”