Pulwama Encounter : जम्मू-कश्मीर के पिंगलिना क्षेत्र में आतंकियों से सोमवार को मुठभेड़ के दौरान 55 राइफल्स के मेजर समेत 5 सैनिक शहीद हुए। इन शहीदों में मेरठ के रहने वाले अजय कुमार भी शामिल हैं। सोमवार शाम अजय का शव मेरठ पहुंचा तो पिता ने कहा कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है। उसने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया। इस दौरान लोगों ने शहीद के सम्मान में नारे भी लगाए।

ऐसे शहीद हुए अजय : सुरक्षा बलों को खबर मिली थी कि पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड अब्दुल राशिद गाजी उर्फ कामरान समेत कई आतंकी जम्मू-कश्मीर के पिंगलिना क्षेत्र में छिपे हैं। इसके बाद सेना ने रविवार रात आतंकियों को घेर लिया, जिसके चलते दोनों पक्षों में मुठभेड़ होने लगी। इस मुठभेड़ में 55 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर समेत 5 सैनिक शहीद हो गए। मेरठ के थाना जानी क्षेत्र में रहने वाले 26 वर्षीय जवान अजय कुमार भी इस मुठभेड़ में शहीद हुए। अजय 7 अप्रैल 2011 को सेना की 20 ग्रेनेडियर यूनिट में भर्ती हुए थे। वे बसा के टीकरी गांव के रहने वाले थे और जम्मू-कश्मीर में उनकी पोस्टिंग सिर्फ 6 माह पहले हुई थी। अजय की शादी चार साल पहले हुई थी और उनका ढाई साल का एक बेटा भी है। वहीं, पत्नी डिंपल आठ महीने की गर्भवती हैं।

अजय के पिता और भाई दोनों सेना में थे : शहीद अजय कुमार के पिता वीरपाल भी सेना से रिटायर्ड हैं। बेटे के शहीद होने पर उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने बेटे पर गर्व है। मेरे बेटे ने आतंकियों को मारकर पूरे देश का बदला ले लिया।’’ शहीद के बचपन के दोस्त नीरज ने बताया कि अजय के बड़े भाई भी सेना में थे। उनकी मौत पांच महीने पहले ही हुए थी। नीरज ने बताया कि अजय एक महीने की छुट्टी घर में बिताने के बाद 30 जनवरी को ड्यूटी पर गए थे।