रिपब्लिक मीडिया ग्रुप के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने कृषि बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर टिप्पणी की। उन्होंने चैनल के डिबेट शो ‘पूछता है भारत’ में प्रदर्शन स्थल पर किसानों के भोजन और अस्थाई जिम खुलने पर तंज कसे। गोस्वामी ने कहा कि प्रदर्शन पर कोई सवाल उठाए तो उन्हें निशाने पर ले लिया जाता था। मगर वहां आज हजारों ट्रक आ गए हैं, आंदोलनकारियों को पिज्जा खिलाया जा रहा है, जिम खोल लिया गया है और मसाज चेयर लग ली गई है। प्रदर्शन स्थल पर अब पूरे मेले जैसे माहौल है। इसके लिए पैसा कहां से आ रहा, किसी ने सवाल नहीं पूछा।
डिबेट में अर्नब ने पैनलिस्ट से पूछा कि वहां थियेटर लगाए गए हैं और डिस्को लाइट वाले ट्रैक्टर मौजूद हैं। ऐसा लग रहा है कि पूरा दिवाली का मेला खुल गया है। प्रदर्शन स्थल पर अमेरिका की मशीनें लगाई गई हैं जिनसे किसान पैरों की मसाज ले रहे हैं। अर्बन ने तंज कसते हुए कहा कि इससे कोई परेशानी नहीं है। प्रदर्शन स्थल पर पांच सितारा सुविधाएं दी जा रही है। इस दौरान अर्नब ने स्क्रीन पर कई फुटेज दिखाए जिसमें किसान मसाज और जिम करते हुए नजर आ रहे हैं।
अर्नब ने डिबेट में कहा कि प्रदर्शन स्थल पर सबकुछ मजेदार हो रहा है। इसमें कितने करोड़ रुपए खर्च हुए, इसपर कोई सवाल नहीं। इसमें सैकड़ों करोड़ रुपए खर्च होते हैं जिसे आजकल आंदोलन कहते हैं। अर्नब गोस्वामी की इन बातों का पैनल में मौजूद किसान आंदोलन समर्थक पैनलिस्ट ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वो ऐसे किसी तरह के आंदोलन का समर्थन नहीं करते। किसान सिर्फ अपनी लड़ाई लड़ रहा है। किसान आंदोलन में किसी गलत का काम समर्थन नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि ये किसान आंदोलन हैं। सरकार को किसानों की मांग को मानना चाहिए।
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बता दें कि किसान पिछले 20 दिनों से केंद्र के तीन नए कृषि बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने केंद्र तीनों बिलों को वापस लेने की मांग की है। इस बीच सरकार और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच इस मुद्दे को हल करने के लिए पांच चरण में वार्ता हो चुकी है मगर अभी तक कोई हल निकलता नजर नहीं आता। वहीं किसानों ने उनकी मांगें ना मानने पर आंदोलन को और तेज करने की धमकी दी है।