Karnataka CM Basavaraj Bommai: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ‘कठपुतली’ करार दिया था। उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्हें आरएसएस के साथ जुड़कर गर्व महसूस होता है।
शुक्रवार (26 अगस्त 2022) को कर्नाटक के तुमकुरु क्षेत्र में एक सरकारी कार्यक्रम में पहुंचे सीएम बोम्मई ने कहा, “मैं अपने सिद्धांतों और देशभक्ति के कारण खुद को आरएसएस के साथ गर्व से जोड़ता हूं।” सीएम ने कहा कि उन्हें संगठन के वैल्यू सिस्टम के कारण आरएसएस के साथ जुड़ने पर गर्व है।
2008 में हुए थे बीजेपी में शामिल: गौरतलब है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री का आरएसएस से पुराना नाता नहीं रहा है। वह अपने पिता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस आर बोम्मई की तरह समाजवादी आंदोलनों और जनता दल पार्टी से जुड़ने के बाद 2008 में बीजेपी में शामिल हुए थे। हालांकि, बसवराज बोम्मई लंबे समय से यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि वह आरएसएस के विचारों और सिद्धांतों के साथ जुड़े हुए हैं।
आरएसएस एक देशभक्त, राष्ट्रवादी संगठन: बोम्मई ने कुछ हफ्ते पहले कहा था कि कांग्रेस आरएसएस का नाम खराब करने के लिए अभियान चला रही है लेकिन लोग आरएसएस के बारे में सब कुछ जानते हैं। बोम्मई ने इससे पहले कहा था, “आरएसएस एक देशभक्त, राष्ट्रवादी संगठन है जो समाज सेवा में लगा हुआ है। आपदाओं के दौरान लोगों को बचाने में आरएसएस के कार्यकर्ता सबसे आगे थे। RSS ने कई राज्यों में सराहनीय कार्य किया है।”
उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को आरएसएस का दुश्मन माना जाता है। इस स्टैंड के कारण कांग्रेस कई राज्यों में सत्ता और अपना आधार खो चुकी है। यह कर्नाटक में भी दोहराया जाएगा।
सरकार स्वतंत्र नहीं: वहीं, दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने हाल ही में कहा था, “हमारे मुख्यमंत्री कुछ संगठनों की कठपुतली हैं। उन्हीं के इशारे पर वह सरकार चला रहे हैं। अपनी कुर्सी बचाने के लिए, वह जो कुछ भी कहते हैं, वह सुन रहे हैं।”
कुमारस्वामी ने कहा था, “मेरी राय में, यह सरकार स्वतंत्र नहीं है। कुछ रिमोट कंट्रोल होता है जो सरकार चलाने के लिए काम करता है। उनके पास सरकार चलाने की ताकत नहीं है। आरएसएस के पास रिमोट है। सरकार राज्य के लोगों के लिए नहीं चल रही है बल्कि संघ परिवार को प्रभावित करने के लिए चलाई जा रही है।”
