केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के संदर्भ में पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा, ”लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए और जब बातचीत के माध्यम से समस्याओं को हल किया जा सकता है तो पथराव, आगजनी और उपद्रव के लिए कोई जगह नहीं है।”

केंद्रीय मंत्री के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर प्रतिक्रिया दी है। पटेल भावेश (@PatelBh38038784) नाम के ट्विटर यूजर ने देश में जारी हिंसा को चुनावों से जोड़ते हुए लिखा है, ”दंगे वही लोग करवा रहे है जिसको चुनाव में फायदा हो।” वहीं एक दूसरे ट्वीटर यूजर हेमंत जैन (@Hemant_ITPro) ने अनुराग ठाकुर पर तंज सकते हुए लिखा है, ”जो 1857 से देश में दंगे फैलाते आ रहे वो आज ज्ञान बांट रहे”

देश में हुई हालिया घटना के बाद पत्रकारों से लोकतंत्र और अहिंसा पर बात करने वाले अनुराग ठाकुर, पहले खुद विवादित नारे लगवा चुके हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान अनुराग ठाकुर की मौजूदगी में विवादित नारा लगाए गए थे। रिठाला विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान अनुराग ठाकुर ने मंच से नारा लगाया था, देश के गद्दारों को… तो जनसभा में शामिल भीड़ की तरफ से आवाज आई- गोली मारो सालों को। उस वक्त इस नारे को लेकर खूब बवाल हुआ था। इस मामले को CPI(M) की वरिष्ठ नेता बृंदा करात (Brinda Karat) दिल्ली हाईकोर्ट तक लेकर गयी थीं।

फिलहाल पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी मामले में भाजपा से निलंबित की जा चुकी नूपुर शर्मा चर्चा में है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद देश के कई राज्यों में नूपुर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान कई शहरों में हिंसक घटनाएं भी हुईं। झारखंड की राजधानी रांची में विरोध प्रदर्शन के दौरान के दौरान गोली लगने से 2 लोगों की मौत हो गई है।। रांची के बाद सबसे अधिक तनाव उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में देखने को मिला था। यूपी पुलिस ने शुक्रवार की हिंसा के मामले में 90 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से 68 को नैनी सेंट्रल जेल भी भेजा जा चुका है।