मध्य प्रदेश के बैतूल में एक गर्भवती महिला को खाट पर लादकर नदी पार कराने का मामला सामने आया है। बैतूल के शाहपुर थानाक्षेत्र के जामुनढाना गांव में प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक गर्भवती महिला को पांच-छह ग्रामीण खाट पर लिटाकर उफनती नदी पार करवाते नजर आए। लोगों ने किसी तरह जान जोखिम में डालकर महिला को अस्पताल पहुंचाया।
दरअसल, पिछले चार-पांच दिनों से बैतूल में रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है। ऐसे में नदी नाले उफान पर हैं। इसी दौरान बुधवार को रूपेश टेकाम की गर्भवती पत्नी मयंती टेकाम को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले जाना था। सबसे बड़ी समस्या ये थी कि गांव से मुख्य मार्ग तक जाने के लिए रास्ता नहीं था। यहां पहाड़ी नदी उफान पर थी। इस वजह से एम्बुलेंस या कोई भी दूसरा वाहन गांव तक नहीं पहुंच सकता था। दर्द से तड़पती मयंती को प्रसव पीड़ा से निजात दिलाने के लिए रूपेश ने गांव के लोगों से मदद मांगी।
महिला की हालत बेहतर: जिसके बाद ग्रामीण नदी पारकर उसे उपचार के लिए शाहपुर लेकर पहुंचे। लेकिन यहां पर भी माचना नदी उफान पर होने के कारण उन्हें वापस लौटकर महिला को भौरा के शासकीय अस्पताल ले जाना पड़ा। बुधवार (10 अगस्त) की रात महिला की सुरक्षित डिलीवरी भी हो गई। फिलहाल, उसकी हालत बेहतर बताई जा रही है।
सालों से पुल बनाने की मांग: इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। गांववालों का कहना है कि वो लोग इस समस्या का पहली बार सामना नहीं कर रहे हैं, बल्कि हर साल बारिश में इलाके के लोगों को इस स्थिति का सामना करना पड़ता है। गांववालों का आरोप है कि नदी पार करने के लिए पुल नहीं है। नदी पर पुल न होने से लोगों को आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यहां पुल बनाने की मांग कई सालों से की जा रही है, लेकिन कोई सुन नहीं रहा।
सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस वीडियो पर तरह-तरह के रिएक्शन दिए। चौधरी जावेद (@ChoudharyJaved0) नाम के यूजर ने लिखा, “ये कैसा अमृत महोत्सव है, जहां आमजन को मूलभूत सुविधाओं के भी लाले पड़े हैं।” नवीन झा (@jhanaveen124) नाम के शख्स ने लिखा, “ये है असली विकास।”