कर्नाटक के एक अस्पताल में एक डॉक्टर की लापरवाही के चलते एक गर्भवती महिला के बच्चे को नहीं बचाया जा सका। यहां कोलार के केजीएफ अस्पताल में एक गर्भवती महिला चार घंटे तक दर्द में तड़पती रही, लेकिन मौके पर मौजूद डॉ शिवकुमार पूरे समय फोन पर व्यस्त रहे , और महिला का इलाज नहीं किया । इसके बाद महिला को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों द्वारा गर्भवती महिला को बचा लिया गया, लेकिन उनके बच्चे को नहीं बचाया जा सका। वहीं केजीएफ अस्पताल के डॉ शिवकुमार को इस मामले में अधिकारियों द्वारा सस्पेंड कर दिया गया है।

सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियोः सोशल मीडिया पर दर्द से तड़पती हुई महिला का वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक गर्भवती महिला दर्द से तड़पती हुई खाली अस्पताल के फर्श पर बैठी दिखाई दे रही है। महिला के चेहरे पर दर्द और घबराहट साफ नजर आ रही है। यह वीडियो कोलार के केजीएफ सरकारी अस्पताल में रिकॉर्ड किया गया था।’

https://twitter.com/nimeshika_j/status/1133601972353822725

National Hindi News, 29 May 2019 LIVE Updates: दिनभर की खबरें जानने के लिए यहां क्लिक करें

चार घंटे तक तड़पती रही समीनाः पीड़ित महिला का नाम समीना है। उन्हें मंगलवार दोपहर लेबर पेन होने पर केजीएफ अस्पताल ले जाया गया। पीड़ित महिला के परिजनों ने बताया कि समीना चार घंटे तक अस्पताल में दर्द से तड़पती रही। महिला के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में डॉ शिवकुमार मौजूद थे लेकिन वह फोन पर व्यस्त थे, उन्होंने महिला का इलाज नहीं किया। इसके बाद महिला को उसके पति रियाज और दो अन्य महिला रिश्तेदारों द्वारा आरएल जालप्पा अस्पताल में भर्ती करवाया। इलाज के दौरान महिला को तो बचा लिया गया पर उनके बच्चे को नहीं बचाया जा सका। घटना की जानकारी मिलने पर कोलार के भाजपा सांसद मुनीस्वामी समीना की स्थिति के बारे में पूछताछ करने के लिए जालप्पा अस्पताल गए।

शिकायत दर्ज किया जाना बाकीः रिपोर्ट के मुताबिक समीना के परिजनों द्वारा जल्द ही पुलिस में आधिकारिक शिकायत दर्ज करवाई जाएगी। साथ ही उन्होंने यह भी मांग की है कि अस्पताल के अधिकारियों के साथ-साथ जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।