हिमाचल की सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस पार्टी की नेता प्रतिभा सिंह की तरह से बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि हमने अपनी परेशानी कांगेस लीडरशिप द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षकों को बता दी हैं, अब उन्हें आगे का फैसला लेना है। एक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल से बात की लेकिन हमारी बातों पर संज्ञान नहीं लिया गया।

प्रतिभा सिंह ने कहा कि हाईकमान ने जिन लोगों को भेजा है, उनसे हमने अपनी बात रख दी है, हमारी क्या समास्याएं हैं… अब उन्हें फैसला लेना है। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बात की हैं, उन बातों का भी संज्ञान उन्हें लेना पड़ेगा। 

अपने पति और हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र की मूर्ति लगाने की डिमांड करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता चाहती है कि वीरभद्र सिंह की मूर्ति लगाई जाए… ये बात भी हमने की है। इसी बात का हमको दुख है, ये सिर्फ हमारी भावना नहीं… पूरे हिमाचल प्रदेश की जनता चाहती है, सरकार के समक्ष भी हमने ये बात रखी है, इस पर क्यों फैसला नहीं लिया गया, राहुल गांधी से भी ये बात कही… फिर भी संज्ञान नहीं लिया गया।

कांग्रेस पार्टी के छह विधायकों द्वारा बगावत करने के सवाल पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि एक साल हो गया हमारी सरकार बने, सभी जानते थे कि विधायक नाराज बैठे हैं, उनसे बात करते… उन्होंने बहुत इंतजार किया लेकिन जब उन्हें गंभीरता से नहीं लिया गया, तब उन्होंने ये फैसला लिया। प्रतिभा सिंह ने आगे कहा कि वो सोनिया गांधी से मिलीं, वेणुगोपाल से मिलीं और नाराज विधायकों के बारे में जानकारी दी लेकिन फिर भी इस बात का कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

क्या सीएम बदलना चाहती हैं प्रतिभा सिंह?

मुख्यमंत्री बदलने के सवाल पर प्रतिभा सिंह ने कहा कि हमने हाईकमान से बात की है, देखते हैं वो क्या फैसला लेते हैं। उन्होंने कहा, “मैं लीडरशिप चेंज करने की बात नहीं कह सकती, ये फैसला आलाकमान को लेना है… पर्यवेक्षकों को लेना है… हम उनके फैसले का इंतजार कर रहे हैं।” इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उनकी प्रियंका गांधी से बात भी हुई और उन्होंने प्रियंका गांधी को हिमाचल की स्थिति के बारे में जानकारी दी।