उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर में अखिलेश यादव के साथ बसपा सुप्रीमो मायावती की तस्वीर भी नजर आ रही है। पोस्टर में फूलपुर और गोरखपुर के उपचुनाव में मिली जीत के लिए आभार प्रकट किया है। पोस्टर में मुलायम सिंह यादव और आजम खान की तस्वीर ऊपर की तरफ बनी है और बाईं ओर समाजवादी पार्टी के तारिक अहमद लारी की तस्वीर के साथ बीच मत चिन्ह बना है। तस्वीर समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट की है। यह तस्वीर हर किसी का ध्यान खींच रही है, क्यों कि उपचुनाव से पहले तक समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक दूसरे के प्रति कठोर रुख रखती रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती के बीच कई मौकों पर एक दूसरे प्रति शब्दों में घुली करवाहट भी जग-जाहिर हुई। दोनों नेता एक दूसरे को उनके असली नामों से न पुकारकर, बुआ और बबुआ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते रहे हैं। लेकिन दोनों पार्टियों के बीच इस करीबी को देखकर लोग भौंचक हैं।
हालांकि मायावती ने यह पहले ही साफ कर दिया था कि उनका समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन एक समझौते के तहत है जो कि उपचुनाव तक ही है, इसके बाद नहीं है। लेकिन फूलपुर और गोरखपुर में सपा को मिली जीत से राजनीतिक पंडितों के बीच इस बात को लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मोदी और योगी की सियासत को पस्त करने के लिए दोनों दल गठबंधन कर सकते हैं। गोरखपुर की सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पारंपरिक सीट मानी जाती रही है और इस सीट पर बीजेपी की हार के बारे में शायद ही विपक्षी दलों ने भी सोचा हो। ऐसे में यह हार बीजेपी के लिए बड़ी मानी जा रही है, और कहा जा रहा है कि योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से जनता में वह उम्मीद के मुताबिक भरोसा कायम नहीं कर पाए हैं।
खबर लिखे जाने तक समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की तरफ से हालांकि इस पोस्टर को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। सोशल मीडिया पर यह पोस्टर वायरल होना शुरू हो गया है। इस पोस्टर पर अगर दोनों दलों की चुप्पी रहती है तो इसे आगे भी उनके साथ आने का संकेत माना जाना चाहिए, यह सवाल बना हुआ है। लेकिन पोस्टर में गौर करने वाली एक बात और है और वो है मायावती की तस्वीर का आकार। पोस्टर में मायावती तस्वीर मुलायम, आजम और अखिलेश से आकार में बड़ी नजर आ रही है।
Poster with pictures of Akhilesh Yadav and Mayawati seen outside Samajwadi Party office in Lucknow pic.twitter.com/htBac1mAjn
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 16, 2018