जनसंख्या वृद्धि को लेकर सीएम योगी के बयान के बाद तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। अब उसी कड़ी में एक बार फिर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या को लेकर कोई कहेगा की अल्लाह की मेहरबानी है। कोई कहेगा सेक्युलर मेहरबानी है। वहीं उन्होंने अखिलेश यादव के ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका तो ट्वीट आना ही था।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोई भी देश बेतहाशा जनसंख्या वृद्धि को न तो नजरअंदाज कर सकता है और न ही उसको बर्दाश्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि तमाम ऐसे देश हैं, चाहे वो डेवलप कंट्री हों, डेमोक्रेटिक कंट्री या फिर नॉन डेमोक्रेटिक कंट्री हों। सभी देशों ने अपने यहां जनसंख्या कंट्रोल की व्यवस्था की है। बीजेपी नेता ने कहा कि हमारे यहां सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि कुछ लोग अल्लाह की मेहरबानी के बहाने अनलिमिडेट परेशानी के ठिकाने ढूंढ रहे हैं। उनकी इस सोच का हम क्या कर सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ के बयान पर नकवी ने कहा कि उन्होंने वर्ग विशेष की बात नहीं की है। सीएम योगी ने साफ कहा है कि यह मुद्दा जाति और समुदाय का नहीं है, बल्कि देश की समस्या है। यह किसी मजहब या जाति का इशू नहीं है, बल्कि मुल्क का इशू है। नकवी ने कहा कि सभी देशवासियों को निश्चित रूप से जनसंख्या विस्फोट को रोकने के लिए सरकार के साथ खड़े होना चाहिए इसके लिए समाज को भी आगे आना चाहिए।
जनसंख्या नियंत्रण पर अखिलेश यादव के ट्वीट पर नकवी ने कहा कि वो आना ही था। उन्होंने कहा कि दिक्कत तो हिंदुस्तान में यही है कि कुछ लोग कहेंगे कि यह अल्लाह की मेहरबानी है। कोई कहेगा यह सेकुलर मेहरबानी है तो इसके लिए हम क्या कर सकते हैं।
जनसंख्या विस्फोट को लेकर क्या बोले थे सीएम योगी-
बता दें, विश्व जनसंख्या दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ ने मुस्लिमों की बढ़ती आबादी को लेकर निशाना साधा था। उनका कहना था कि एक वर्ग की जनसंख्या बढ़ने से अराजकता ही फैलेगी। उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने की स्पीड और उनका प्रतिशत ज्यादा हो और जो मूल निवासी हैं, जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या नियंत्रित कर असंतुलन पैदा कर दिया जाए।
जनसंख्या वृद्धि को लेकर नकवी ने क्या किया था ट्वीट-
सीएम योगी के इस बयान के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बेतहाशा जनसंख्या विस्फोट किसी मज़हब की नहीं, बल्कि मुल्क की मुसीबत है, इसे जाति, धर्म से जोड़ना जायज नहीं है। वहीं अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा था कि अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बर्बादी से उपजती है।