कुछ दिन की राहत के बाद दिल्ली में एक बार फिर गहराते प्रदूषण से हवा खतरनाक हुई है। कम तापमान और धीमी हवाओं के कारण पैदा हुई मौसम संबंधी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को खतरनाक दर्जे में पहुंच गया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 406 दर्ज किया गया है।
इसके शनिवार को और खराब होने के आसार हैं। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने उम्मीद जताई है कि आने वाले कुछ दिनों में इसमें सुधार की उम्मीद है।पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजंसी सफर ने कहा है कि हवा की रफ्तार बढ़ने से 29 नवंबर से एक्यूआइ में सुधार हो सकता है। अगले दो दिन के दौरान स्थानीय सतह पर चलने वाली हवाओं से प्रदूषकों के तितर-बितर होने की संभावना है, जिससे वायु प्रदूषण में थोड़ा सुधार होगा।
शुक्रवार को एनसीआर के फरीदाबाद (423), गाजियाबाद (378), ग्रेटर नोएडा (386), गुरुग्राम (379) और नोएडा (394) में भी शुक्रवार शाम वायु गुणवत्ता में गिरावट देखी गई और यह बहुत खराब से खतरनाक के बीच पाई गई।सफर के मुताबिक खेतों में पराली जलाने के मामले 218 पाए गए जिससे हवा में प्रदूषण की भागीदारी आठ फीसद पाई गई।
इस बीच मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान के 27.6 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में न्यूनतम नमी 48 फीसद रही। सफर ने बताया कि सोमवार तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। उसने बताया कि स्थानीय उत्सर्जकों और मौसमी परिस्थितियों के वायु गुणवत्ता को नियंत्रित करने वाले प्रमुख कारक बने रहने की संभावना है।
उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद दिल्ली सरकार ने निर्माण एवं तोड़फोड़ की गतिविधियों पर गूरूवार को फिर से प्रतिबंध लगा दिया। आवश्यक सेवाओं में लगे ट्रकों को छोड़कर ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध तीन दिसंबर तक जारी रहेगा, लेकिन सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को 27 नवंबर से दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।