चुनाव आयोग ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने बसपा मुखिया मायावती की तुलना रामायण की पात्र शूर्पणखा और मुलायम की रावण से की। कैबिनेट मंत्री ने ये अपमानजनक टिप्पणी इलाहाबाद के धूमगंज की रविवार को आयोजित एक चुनावी रैली में की। इस दौरान उन्होंने सिर्फ मुलायम, मायावती ही नहीं बल्कि कई अन्य विरोधी नेताओं पर भी कमेंट किए। अखिलेश यादव को जहां मेघनाथ, वहीं शिवपाल यादव को कुंभकरण कह दिया था।
कैबिनेट मंत्री की अपमानजनक टिप्पणियों के बाद दोनों दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया हुई। बसपा के नेताओं ने बाद में पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज करने की मांग की। 2007 में मायावती सरकार में मंत्री रह चुके नंदी ने 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की सदस्यता लिए थे। नंदी के आवास पर एक बार प्राणघातक हमला हो चुका है। बम विस्फोट में तब एक पत्रकार की मौत हो गई थी, जबकि वे घायल हो गए थे।
इलाहाबाद की रैली के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई और मंत्री मौजूद थे। इस दौरान नंदी ने पर्चे पर लिखी रामायण के पात्रों से जुड़ी स्क्रिप्ट पढ़ी थी। इस दौरान जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान राम तो योगी आदित्यनाथ को हनुमान का अवतार बताया था। स्क्रिप्ट पढ़ते हुए उन्होंने कहा- लंका विजय के बाद रावण ने राम से पूछा-प्रभु अब आगे मेरा क्या होगा। तब राम ने कहा कि तुम सैफई में पैदा होगे और तुम्हारा नाम मुलायम होगा और बाद में मुख्यमंत्री बनोगे। इसी तरह कुंभकर्ण को प्रभु श्रीराम ने शिवपाल का अवतार मिलने की बात कही और बोले कि तुम सिर्फ मंत्री पद तक ही सीमित रहोगे।
नंद गोपाल गुप्ता नंदी की विरोधी नेताओं पर इस टिप्पणी के बाद मामला गरमा गया। बसपा के चीफ जोनल कोआर्डिनेटर इलाहाबाद-वाराणसी अशोक कुमार गौतम ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि पार्टी मुखिया मायावती की शूर्पणखा से तुलनाकर मंत्री ने दलितों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया है। यह एक्ट एससी-एसटी एक्ट 1989 के तहत अपराध है।उधर मानवाधिकारों की लड़ाई लड़ने वाले वकील चार्ली प्रकाश ने चुनाव आयोग में आदर्श आचार संहिता का मुकदमा दर्ज कराया है। उधर यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह इस मुद्दे पर पार्टी का बचाव करते दिखे। उन्होंने कहा कि पार्टी सभी विरोधी नेताओं का सम्मान करती है, नंदी ने जो कहा, इस पर उनस पूछा जाना चाहिए।
