मध्यप्रदेश की तरह राजस्थान में भी सियासी घमासान मचा हुआ है। राजस्थान कांग्रेस में मचे घमासान में ऊंट किस करवट बैठेगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल लग रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया बाद अब राजस्थान में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बगावत कर दी है और उनकी ओर से दावा किया जा रहा है कि उनके समर्थन में 30 विधायक हैं। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें वे खुद को ‘जादूगर’ बता रहे हैं।

गहलोत इस वीडियो में किसी कार्यक्रम में बैठे हैं। जहां वे हसीं मज़ाक कर रहे हैं। इस वीडियो में राजस्थान के सीएम कहते हैं “जादूगर तो मैं हूं ही, इसमें नई बात क्या है। जादू करते-करते यहां तक पहुंचा हूं। गहलोत कहते हैं “जादूगर हूं तभी तो एक समान्य परिवार का होकर भी एक राज्य का सीएम और केंद्रीय मंत्री बना हूं।” गहलोत ने कहा “200 में से एक विधायक हमारी लिस्ट से आता है तब भी मुझे ही मुख्यमंत्री बनाते हो बार-बार जादू नहीं है क्या ये।”

बता दें मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा ने कहा है कि मैं सचिन पायलट के साथ हूं। वहीं, सचिन पायलट ने भी कहा कि वह किसी कांग्रेसी के बड़े नेता के संपर्क में नहीं हैं।सचिन पायलट ने यह भी कहा है कि अशोक गहलोत के पास सिर्फ 84 विधायक हैं। बाकी शेष विधायक हमारे साथ हैं। सचिन पायलट ने यह भी कहा है कि हमने कांग्रेस से समझौता करने के लिए कोई शर्त नहीं रखा है।

वहीं कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक में शामिल सभी विधायकों को अब होटल फेयरमाउंट भेज दिया है। हालांकि, कांग्रेस में मचे घमासान के चलते अशोक गहलोत सरकार के अस्थिर होने के दावे भी किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में एसओजी की तरफ से पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपने कुछ विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे थे। पायलट ने कांग्रेस के 30 विधायकों के साथ कुछ निर्दलियों के समर्थन की बात कही है। उन्होंने गहलोत सरकार के अल्पमत में होने का भी दावा किया है। हालांकि, अब पता चला है कि पायलट समर्थक 20 विधायक ही बैठक से गैरहाजिर रहे। यानी इसका मतलब यह है कि पायलट समर्थक 10 विधायक सीएम आवास पर हुई बैठक में मौजूद थे।