जम्मू-कश्मीर में हुए जिला विकास परिषद चुनाव के लगभग सभी सीटों के नतीजे आ चुके हैं। इनमें गुपकार गठबंधन 112 सीटों के साथ सबसे आगे है। हालांकि, 74 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है। अकेले जम्मू संभाग में ही पार्टी को 71 सीटें मिली हैं, जबकि कश्मीर प्रांत में फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाले गुपकार गठबंधन को 72 सीटों पर जीत हासिल हुई। इस लिहाज से साफ है कि जहां जम्मू में गठबंधन ने बेहतर प्रदर्शन किया, वहीं भाजपा भी घाटी में अपना खाता खोलने में सफल रही। इसी पर मंगलवार को जब एक टीवी डिबेट पर बहस हुई तो राजनीतिक विश्लेषक माजिद हैदरी ने कहा कि छह साल पहले तक जिस जम्मू में सिर्फ भाजपा ही भाजपा थी, आज वहां भाजपा सीमित हो गई है।

दरअसल, आजतक के टीवी डिबेट में अंजना ओम कश्यप ने नतीजों के आधार पर पूछा था कि जिस श्रीनगर में एक समय भाजपा का झंडा खुलकर लेकर चलना भी एक वक्त पर मुश्किल होता था, वहां से लेकर दो सीटों पर जीतने तक का सफर, इस पर क्या कहेंगे। इसी पर माजिद हैदरी ने कहा, “छह वर्षों पहले कहां भाजपा ही भाजपा थी जम्मू प्रांत में और आज भाजपा रिस्ट्रिक्ट हो गई है जम्मू की कुछ सीटों पर।”

हालांकि, जब इस पर जब अंजना ने उन्हें टोकते हुए कहा कि यहां घाटी की बात हो रही है, तो माजिद ने कहा, “आप घाटी को अलग क्यों देखते हैं, मैं तो पूरे भारतवर्ष को एक साथ देखता हूं। मैं तो कहता हूं कि किसानों का श्राप लगा है। आप घाटी, घाटी, घाटी कर रहे हैं, दो सीटों पर। दो सीटें तो खरीदी भी जा सकती हैं। यहां पर तो इन्होंने ममता बनर्जी के बड़े-बड़े लीडर्स खरीद लिए हैं, तो यहां पर सीटें खरीदना कौन सी बड़ी बात है।”

निर्दलीय प्रत्याशियों के ज्यादा सीटें जीतने पर माजिद ने कहा, “क्या भाजपा से लोग इतने शर्मिंदा हैं कि इन्हें निर्दलीय उम्मीदवार लाने पड़े। क्या भाजपा को जॉइन करने के लिए लोग तैयार नहीं हैं कि ये इंडिपेंडेंट्स को अपना प्रॉक्सी बनाते हैं। ये जरा खुलकर बताएं देश को। क्या आज लोग भाजपा को वोट नहीं देना चाहते कि इन्हें निर्दलीय खड़े करने पड़ रहे हैं।”